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सावधानीपूर्वक चुनें बच्चों का बिस्तर

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, सोमवार, 8 दिसंबर 2014 (10:25 IST)
गहरी नींद के लिए हमारे बिस्तरों की खास भूमिका होती है। हम अक्सर चैन की नींद पाने के लिए नर्म बिस्तरों को चुनते हैं और जब बात हमारे नन्हे बच्चों की नींद की हो तो हम सबसे बेहतर इंतजाम करना चाहते हैं और नर्म बिस्तर सबसे पहले दिमाग में आता है जिस पर बच्चा चैन से सो सकता है।

लेकिन आप एक बात से अनजान हैं कि यही बिस्तर अगर सावधानी के साथ आपने नहीं चुना है तो वह आपके बच्चे के लिए न केवल बेहद खतरनाक साबित हो सकता है बल्कि जानलेवा भी साबित हो सकता है। शोधों से यह साबित हो चुका है कि नर्म चीजें और ढीले बिस्तर जैसे कि मोटे कंबल, रजाई और तकिए छोटे बच्चों को हवा मिलना रोक सकते हैं और सफोकेशन (दम घुटना) का खतरा बढ़ा सकते हैं।

अमेरिका में करीब 55 प्रतिशत बच्चों के लिए चुने जाने वाले बिस्तर खतरनाक तरह के होते हैं और जिनसे SIDS (sudden infant death syndrome) यानी अचानक से होने वाली मौतों का खतरा एक शोध और आंदोलन, जिसे 'safe to sleep' यानी नींद के लिए सुरक्षित कहा गया, के द्वारा सामने लाया गया।   

जब भी बच्चों के लिए इंतजाम किए जाते हैं, उनके माता-पिता सबसे सुरक्षित और बेहतर इंतजाम करना चाहते हैं, पर अनजाने में नर्म चीजों को ही सुरक्षित और आरामदायक समझ लेते हैं, इस बात से पूरी तरह बेखबर कि असलियत में बच्चे एक खतरनाक बिस्तर पर सो रहे हैं।

अक्सर ऐसा होता है कि जब भी छोटे बच्चों के लिए गिफ्ट देने में उनके लिए नर्म बिस्तर आ ही आता है और हम उसे बच्चों के लिए तुरंत इस्तेमाल करने लगते हैं। बच्चों को बहुत नर्म बिस्तर पर न सुलाकर थोड़े कड़क बिस्तर या सेफ्टी अप्रूव्ड गद्दे पर सुलाना चाहिए। जहां तक हो सके, कोशिश करें कि बच्चे को चेहरे से काफी नीचे तक ही रजाई, चादर या कंबल ओढ़ाएं ताकि बच्चा नींद में हिलकर भी उसे चेहरे तक ला पाए और उसका चेहरा खुला रहे।

आप जब जितना हो सके, बच्चे को चेक करते रहें कि उसका चेहरा खुला ही रहे और हो सके तो कमरे का तापमान नियंत्रित रखें जिससे ओढ़ने का कपड़ा नीचे ही रखा जा सके और बच्चे को ठंड भी न लगे।

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