राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने अनुशासन और संगठन के लिए जाना जाता है। यह एक संगठित शक्ति है। शाखा में आने वाले स्वयंसेवक जो कुछ भी सीखे, उसे समाज में बांॅटे। क्योंकि हिन्दू समाज संगठित होगा तो देश की समस्याएँ स्वतः समाप्त हो जाएँगी। सबसे पहले राष्ट्रहित का काम करें।
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा और संघ के प्रथम संस्थापक सर संघचालक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार के जन्मदिन पर जिला सह संघचालक अशोक जाधव ने खेड़ापति गार्डन में स्वयंसेवकों के समक्ष ये विचार व्यक्त किए। श्री जाधव ने कहा कि स्वयंसेवक को जाति और समाज के काम बाद में, पहले राष्ट्रहित का काम करना चाहिए।
संघ में किसी व्यक्ति विशेष को प्रणाम करने की परंपरा नहीं है। इसलिए शुक्रवार को डॉ. हेडगेवार के जन्मदिन पर खेड़ापति गार्डन में 455 स्वयंसेवकों ने उनके विचारों को प्रणाम किया।