प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किला मैदान में होने वाले तीन दिवसीय 'सम्राट विक्रमादित्य महानाट्य' और इससे जुड़ी प्रदर्शनियों के आयोजन सराहना की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा है कि "मुझे खुशी है कि मध्यप्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी के मार्गदर्शन में आयोजित इस महोत्सव के माध्यम से सम्राट विक्रमादित्य की गौरवगाथा और वैभव को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।" प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के आयोजकों एवं इसमें हिस्सा ले रहे देश के कलाकारों को आयोजन की सफलता की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं हैं।

हिंदू नववर्ष चैत्र प्रतिपदा से प्रारंभ होता है जिसे संपूर्ण देश में और हर राज्य में अलग अलग नामों से जाना जाता है। हिंदू नववर्ष को महाराष्‍ट्र में गुड़ी पड़वा और दक्षिण भारत में इसे युगादि और उगादि कहते हैं। सिंध प्रांत या सिंधी समाज में इसे चेटीचंड कहते हैं। आंध्र में यह पर्व उगादिनाम, जम्मू-कश्मीर में नवरेह, केरल में विशु, असम में रोंगली बिहू, मणिपुर आदि पूर्वोत्तर राज्य में सजिबु नोंगमा पानबा, मेइतेई चेइराओबा कहते हैं। बंगाल में नब बरस के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा कुछ राज्य ऐसे हैं जिनका अपना भी नववर्ष है, जो मेष संक्रांति से प्रारंभ होता है। मेष संक्रांति पर बंगाल में पोहेला बोइशाख, पंजाब में बैसाखी, ओडिशा में पाना संक्रांति, केरल मलयालम में विषु कनी, तमिल में पुथन्डु के नाम से नववर्ष प्रारंभ होता है।

स्टेट प्रेस क्लब (State Press Club) मध्य प्रदेश प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भारतीय पत्रकारिता महोत्सव का अयोगराज 12, 13 एवं 14 अप्रैल 2025 को इंदौर के जाल ऑडिटोरियम में किया जा रहा है। भारतीय पत्रकारिता महोत्सव की पूर्व संध्या को स्टेट प्रेस क्लब म. प्र. ने शहर के सक्रिय 61 मीडियाकर्मी और 11 फोटोग्राफर को सप्तऋषि सम्मान से सम्मानित किया। यह महोत्सव का अनवरत 17वां वर्ष है। इस बार महोत्सव "AI और परिवर्तन-2047" विषय पर केन्द्रित है। इस परिप्रेक्ष्य में मीडिया, चुनाव, शिक्षा, पर्यावरण, मनोरंजन, महिला और खेल-जगत में आ रहे बदलावों पर चर्चाओं के अलग-अलग सत्र आयोजित किए गए हैं। इस कार्यक्रम में वेबदुनिया (Webdunia) की पत्रकार कृति शर्मा (Kriti Sharma) और मोनिका पाण्डेय को भी सम्मानित किया गया। कृति वेबदुनिया में स्पोर्ट्स और मोनिका पाण्डेय (Monika Pandey) बतौर एंकर अपनी सेवाएं दे रही हैं।

Robotics in IVF: AI तकनीक ने हमारे जीवन के हर पहलू को बदल दिया है, और अब यह बदलाव मेडिकल साइंस के एक ऐसे क्षेत्र में दस्तक दे रहा है, जिसके बारे में कुछ समय पहले तक सोचना भी मुश्किल था। मैक्सिको के ग्वाडलजारा में एक 40 वर्षीय महिला ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया है। यह घटना चिकित्सा विज्ञान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो बांझपन के इलाज के लिए नई उम्मीदें जगाती है। इस अविश्वसनीय उपलब्धि को कॉन्सिवेबल लाइफ साइंसेज (Conceivable Life Sciences) की एक टीम ने संभव बनाया है। उन्होंने इंट्रासाइटोप्लाज्मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI) प्रक्रिया के 23 महत्वपूर्ण चरणों को AI की मदद से प्रोसेस किया। ICSI एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें शुक्राणु को सीधे अंडे में इंजेक्ट किया जाता है ताकि निषेचन हो सके। आमतौर पर, यह प्रक्रिया अनुभवी भ्रूणविज्ञानियों द्वारा मैन्युअल रूप से की जाती है, जिसमें सटीकता और कुशलता की आवश्यकता होती है।