हर चार वर्ष बाद फुटबॉल विश्व कप का आयोजन किया जाता है और प्रत्येक आयोजन के दौरान एक सवाल खड़ा होता है कि प्रतियोगिता के दौरान खिड़ाकियों को सेक्स करना चाहिए या नहीं?
इस मामले में टीम के मैनेजरों, कोच और खिलाड़ियों के अलग-अलग विचार होते हैं, इसलिए जान लें कि इस बार भी किसकी क्या राय है।
अमेरिका की सॉकर (जिसे पश्चिमी देशों में फुटबॉल नहीं कहा जाता है) टीम के कोच और अपने समय के दुनिया के श्रेष्ठ फुटबॉलरों में से एक रहे युरगेएन क्लिंसमैन (जर्मनी) का कहना है कि ब्राजील में होने वाले आगामी फुटबॉल विश्व कप के दौरान उनकी टीम के खिलाड़ी अगर सेक्स करते हैं तो इससे उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
वे कहते हैं कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ियों की टीम है और ऐसा वातावरण है जो कि बहुत ही खुला और स्वाभाविक है, लेकिन जब हम ट्रेनिंग के लिए फील्ड पर जाएंगे और मैच खेलने के लिए मैदान पर उतरेंगे तो हम बहुत ही गंभीर और केवल खेल के बारे में सोचेंगे।''
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हालांकि यह अमेरिकी कोच की राय है कि मैचों के दौरान उनके खिलाड़ी सेक्स करते हैं या नहीं, इससे उन्हें कई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन सेक्स के मुद्दे पर विभिन्न टीमों के विभिन्न रुख हैं।
अमेरिका के हैड कोच युरगेएन क्लिंसमैन का कहना है कि खिलाड़ियों को अपनी पत्नियों या गर्लफ्रेंड्स से मिलने की पूरी छूट होगी, लेकिन सीएनएन डॉट कॉम में छपे एक लेख के अनुसार मैक्सिको के कोच मिगुअल हेरारा चाहते हैं कि इस अवधि में खिलाड़ी संयम बरतें। इसी तरह बोस्निया के कोच साफेट सुशिक का कहना है कि ब्राजील में कोई सेक्स नहीं होगा।
यह बात हर बार के आयोजन के दौरान सामने आती है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि खेल के दौरान खिलाडि़यों के सेक्स करने से उनके प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन क्लिंसमैन का रवैया बिल्कुल खुला हुआ है। फ्यूजन टीवी से बात करते हुए उनका कहना था कि खिलाड़ियों के परिवार किसी भी समय आ सकते हैं। वे मैदान पर भी मौजूद होंगे और उनके होटल में भी आने पर रोक नहीं होगी। खिलाड़ी और उनके परिवार खाने की मेज पर भी साथ हो सकते हैं।''
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वे कहते हैं कि प्रत्येक देश अलग है। मैंने बहुत सारे देशों में खेला है, जहां आप दो महीनों तक अपनी गर्लफ्रेंड या पत्नी से नहीं मिल सकें। प्रत्येक देश अपनी संस्कृति के अनुसार इस मामले को निपटाता है। इसलिए मैं मैक्सिको के तरीके का भी सम्मान करता हूं क्योंकि यह उनकी संस्कृति है। हम बहुत खुले और अनौपचारिक हैं लेकिन ट्रेनिंग के लिए या मैच के लिए मैदान पर होने के बाद बहुत ही गंभीर होंगे।
मैक्सिको के कोच हेरारा ने अपने देश के समाचार पत्र ''रिफॉर्मा'' से कहा कि '' अगर कोई खिलाड़ी एक महीना या बीस दिन सेक्स संबंध बनाए बिना नहीं रह सकता है तो वह एक पेशेवर खिलाड़ी बनने के लायक भी नहीं है। हमने जितने भी खिलाड़ी चुने हैं, उनकी अपनी खूबियां हैं और उन्होंने बहुत अच्छी चीजें हासिल की हैं। वे चैम्पियंस रहे हैं और उन्हें पता है कि हम क्या हासिल करना चाहते हैं।
हेरारा की यह राय बोस्निया-हर्जेगोविना के कानों में अमृत जैसा रस घोलती है। उन्होंने ब्रिटिश समाचार पत्र डेली स्टार को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि ब्राजील में कोई सेक्स नहीं होगा, लेकिन फिर भी उन्होंने खिलाडि़यों के लिए रियायत दी है कि अगर वे चाहें तो हस्तमैथुन कर सकते हैं। मैं नहीं जानता कि दूसरे कोच क्या करते हैं लेकिन यह कोई हॉलीडे ट्रिप नहीं है। हम वहां विश्व कप में फुटबॉल खेलने जा रहे हैं।