यदि आप फॉरेंसिक साइंस के प्रोफेशन में एंट्री लेने का मन बना रहे हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आपका बैकग्राउंड साइंस का हो। यदि आप साइंस सब्जेक्ट से 10+2 कर चुके हैं, तो फॉरेंसिक साइंस में ग्रेजुएशन कर सकते हैं। फॉरेंसिक साइंस और क्रिमिनोलॉजी में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में भी दाखिला ले सकते हैं।
फॉरेंसिक साइंस से पोस्टग्रेजुएशन कोर्स करने के लिए ग्रेजुएशन में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलोजी, बॉटनी, बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी, बीफार्मा, बीडीएस और अप्लायड साइंस में से किसी एक में 60 प्रतिशत अंक होना जरूरी है। यदि इससे संबंधित आगे की पढाई करना चाहते हैं, तो एमफिल और पीएचडी भी कर सकते हैं।
इंस्टिट्यूट :
देश के विभिन्न संस्थानों में फॉरेंसिक साइंस से जुड़े कोर्सेज में दाखिला ले सकते हैं।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी एंड फॉरेंसिक साइंस, दिल्ली।
डॉक्टर हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर, मप्र।
डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेंसिक साइंस, पंजाब यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली, यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ।
उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैद्राबाद
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबारेटरी, सीबीआई, नई दिल्ली
डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा