नई दिल्ली। दिल्ली और इससे लगते शहरों में आवागमन का प्रमुख जरिया बन चुकी दिल्ली मेट्रो इस वर्ष हरियाणा के फरीदाबाद पहुंच गई तथा दिल्ली के उत्तरी इलाके में आगे बढ़ते हुए उसने जहांगीरपुरी से समयपुर बादली और मध्य दिल्ली में मंडी हाउस से आईटीओ जैसे भीड़ वाले इलाके में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
दिल्ली मेट्रो ने वर्ष 2015 में कई कठिन चुनौतियों का मुकाबला करते हुए अपने नेटवर्क में 18 किलोमीटर का विस्तार किया जिससे उसके कुल नेटवर्क का दायरा 213 किलोमीटर और स्टेशनों की संख्या 160 पहुंच गई।
यात्रियों के मामले में भी दिल्ली मेट्रो ने इस वर्ष नया रिकॉर्ड बनाया तथा गत 28 अगस्त को यह संख्या एक दिन में 32 लाख के पार पहुंच गई। मेट्रो की सातों लाइनों पर अभी लगभग 30 लाख यात्री रोजाना सफर करते हैं।
यात्रियों की सुविधाओं के मामले में मेट्रो के स्मार्ट कार्ड से अब एयरपोर्ट मेट्रो में भी यात्रा की जा सकती है। मेट्रो नेटवर्क के पांच प्रमुख स्टेशनों पर वाईफाई नेटवर्क की सुविधा के लिए समझौता किया गया। एयरपोर्ट लाइन पर यात्रियों की संख्या बढ़ाने में जुटी दिल्ली मेट्रो ने इस साल एयरपोर्ट मेट्रो के किराए लगभग आधे कर दिए।
चांदनी चौक सहित भीड़भाड़ वाले कुछ मेट्रो स्टेशनों पर शीशे के प्लेटफार्म दरवाजे बनाने का निर्णय लिया गया है जिससे बढ़ती आत्महत्याओं को रोका जा सके। दिल्ली मेट्रो की वेबसाइट को भी अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए नया रूप दिया गया।
मेट्रो ने रोज लगाए जाने वाले ट्रेनों के फेरों की संख्या भी बढ़ाकर 2900 पहुंचा दी, जिससे पीक ऑवर में दो से तीन मिनट की फ्रीक्वेंसी पहुंच गई। तीसरे चरण की लगभग 59 किलोमीटर लंबी मजलिस पार्क-शिव विहार लाइन और लगभग 39 किलोमीटर लंबी जनकपुरी वेस्ट-बॉटेनिकल गार्डन लाइन पर भी सालभर पूरी तेजी से निर्माण कार्य चला।
हरियाणा के गुडगांव, उत्तर प्रदेश के नोएडा तथा गाजियाबाद के बाद दिल्ली मेट्रो हरियाणा के एक और शहर फरीदाबाद पहुंच गई। इससे फरीदाबाद दिल्ली के ‘ऑफिस हब’ और भीड़भाड़ वाले इलाके आईटीओ से सीधे जुड़ गया है। अभी इस लाइन पर निर्माण कार्य जारी है और इसके पूरा होने पर दिल्ली का कश्मीरी गेट और फरीदाबाद आपस में जुड़ जाएंगे।
मेट्रो ने उत्तरी दिल्ली में भी अपनी पहुंच बढ़ाते हुए समयपुर बादली तक का सफर पूरा किया। इससे हरियाणा का गुडगांव अब उत्तरी दिल्ली के बादली रेलवे स्टेशन से जुड़ गया है। इससे सोनीपत की ओर से आने वाले लोगों का गुड़गांव का सफर आसान हो जाएगा।
गत मई में दिल्ली मेट्रो के सभी स्मार्ट कार्ड एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यात्रा के लिए भी वैध कर दिए गए। इससे एयरपोर्ट लाइन पर यात्रा के लिए अलग से टोकन लेने की जरूरत खत्म हो गई है। इन दोनों लाइनों पर इंटरचेंज करने वाले यात्रियों को इससे विशेष फायदा होगा।
एयरपोर्ट लाइन पर यात्रियों की संख्या बढ़ाने के लिए समय-समय पर नए उपाय करने वाली मेट्रो ने गत 18 सितंबर से यात्री किराए में 50 प्रतिशत तक कमी की गई। अब इस लाइन पर न्यूनतम किराया 10 रुपए और अधितकम किराया 60 रुपए हो गया है।
यात्रियों की बढ़ती संख्या के बोझ तले दबी जा रही दिल्ली मेट्रो में गत 11 मई को 30 लाख तथा 28 अगस्त को 32 लाख से अधिक यात्रियों ने सफर किया। अत्यधिक गर्मी और सर्दी में यात्रियों की भीड़ इस कदर बढ़ी कि मेट्रो सेवा चरमराने के कगार पर पहुंच गई। मेट्रो को इस वर्ष भी तकनीकी गड़बड़ियों से मुक्ति नहीं मिली, जिसके कारण साल में कई बार विभिन्न लाइनों पर सेवा काफी समय तक ठप रही।
यात्रियों को पांच चुनिंदा स्टेशनों पर नि:शुल्क इंटरनेट सेवा उपलब्ध कराने के लिए मेट्रो ने गत 20 मई को भारतीय रेल टेल निगम के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। शुरू में यह सुविधा राजीव चौक, कश्मीरी गेट, विश्वविद्यालय, केंद्रीय सचिवालय और हौज खास स्टेशन पर मिलेगी।
भीड़ वाले स्टेशन राजीव चौक पर यात्रियों के एक ओर से दूसरी ओर सुविधाजनक आवागमन के लिए गैर भुगतान वाले हिस्से में दर्शक दीर्घा भी बनाई गई है, ताकि भुगतान वाले हिस्से में अनावश्यक भीड़ से बचाव किया जा सके। इसके अलावा सात अतिरिक्त निकास गेट भी लगाए गए।
इसी तरह हुड्डा सिटी सेंटर में एक ओवरब्रिज अलग तलों से यात्रियों के प्रवेश और निकास अलग करने के लिए बनाया गया है। कीर्ति नगर में भी, भीड़ रोकने के लिए यात्रियों के लिए अलग से प्रवेश तथा निकास का रास्ता बनाने का काम किया जा रहा है।
नई लाइनों तथा मौजूदा लाइनों पर ट्रेनों में डिब्बों की संख्या बढ़ाने के लिए इस साल लगभग ढाई सौ डिब्बों का आर्डर दिया गया। इसके अलावा ऑपरेटर रहित ट्रेनों की अवधारणा को अमलीजामा पहनाने का काम भी तेजी से चल रहा है।
गत अगस्त में 8 नई ट्रेनें भी मेट्रो के बेड़े में शामिल की गईं। दिल्ली मेट्रो के दो नए स्टेशनों जनपथ और मंडी हाऊस को हरित भवन की श्रेणी में शामिल किया गया। दिल्ली मेट्रो ने इस साल अपने परिसरों में 3.2 मेगावॉट के सौर ऊर्जा संयंत्र चालू किए। मेट्रो का इसे 20 मेगावॉट तक बढ़ाने का लक्ष्य है।
इसके अलावा दिल्ली मेट्रो ने अपनी वेबसाइट को भी नया रंग-रूप दिया और इसे यात्रियों के लिए अधिक सरल बनाया। मेट्रो ने अपनी हेल्पलाइन सेवा को भी अपग्रेड किया जिससे यात्री आसानी से सभी जानकारी हासिल कर सकते हैं। (वार्ता)