विदा होता वर्ष 2017 कई मीठी यादें नववर्ष 2018 की झोली में डालकर जा रहा है, इस उम्मीद के साथ कि नए साल का दामन भी अच्छाइयों से भरा रहे। आइए जानते हैं 2017 की 10 बड़ी सकारात्मक बातें...
1. वर्ष 2017 में तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को सबसे बड़ी घटना के रूप में याद किया जाएगा। 1400 साल पुरानी कुप्रथा तलाक-ए-बिद्दत यानी तीन तलाक को अदालत ने असंवैधानिक बताते हुए सरकार को छह माह के भीतर कानून बनाने के भी निर्देश दिए। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में सरकार ने लोकसभा में बिल भी पेश कर दिया। विधेयक में महिलाओं को यह अधिकार भी दिया गया है कि वे तीन तलाक की स्थिति में भरण पोषण की मांग कर सकती हैं। हालांकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को यह बात रास नहीं आ रही है।
2. दो जुलाई को बहु-प्रतीक्षित वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को पूरे देश भर मे लागू किया गया। हालांकि इसके बाद व्यापारी वर्ग को काफी परेशानी भी हुई। सरकार को विरोधी दलों की कड़ी आलोचना का सामना भी करना पड़ा, लेकिन सरकार अपने फैसले पर अडिग रही। 1954 में सबसे पहले फ्रांस ने जीएसटी को लागू किया था।
3. मजदूर दिवस यानी एक मई के दिन नरेन्द्र मोदी सरकार ने वीआईपी कल्चर समाप्त करने की दिशा में अहम फैसला लिया। सरकार ने आम और खास के बीच की दूरी पाटने के लिए अतिविशिष्ट लोगों के वाहनों से लाल और पीली बत्ती हटाने के निर्देश दिए। यह आदेश कुछ लोगों को रास नहीं आए, लेकिन जनता ने सरकार के इस फैसले की दिल खोलकर सराहना की।
4. 18 मई को अरुणाचल प्रदेश की अंशु जामसेनपा ने चौथी बार माउंट एवरेस्ट फतह कर इतिहास रच दिया। वे यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं। अंशु ने साबित कर दिया महिलाएं किसी भी मामले में कम नहीं हैं।
5. सर्वोच्च न्यायालय ने 11 अक्टूबर को महिलाओं के हक में एक और अहम फैसला दिया। इस फैसले में कोर्ट ने कहा कि 18 साल से कम उम्र की पत्नी के साथ यौन संबंधों को दुष्कर्म माना जाएगा। इसके साथ ही अदालत ने आपराधिक कानून के उस नियम को खारिज कर दिया, जिसके तहत 15 से 18 साल की उम्र की पत्नी के साथ यौन संबंध बनाने की इजाजत थी। इस निर्णय का एक सकारात्मक पक्ष यह भी होगा कि इससे बाल विवाह पर भी अंकुश लगेगा।
6. मध्यप्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में 12 साल या इससे कम उम्र की लड़कियों से बलात्कार या फिर किसी भी महिला से गैंगरेप के दोषियों को फांसी की सजा देने वाले विधेयक को सर्वसम्मति से मंजूरी दे दी। दरअसल, नवंबर की शुरुआत में यूपीएससी की तैयारी कर रही एक युवती घर लौटते समय गैंगरेप का शिकार हो गई। इस घटना के बाद मध्यप्रदेश सरकार की चौतरफा थू-थू हुई थी। अहम बात यह भी रही कि 23 दिसंबर को इस घटना के आरोपियों को फास्ट ट्रैक अदालत ने दोषी ठहराते हुए दो महीने से भी कम समय में मरते दम तक उम्र कैद की सजा सुनाई।
7. आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने एक दिवसीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते हुए 6000 रन पूरे किए। मिताली ने इंग्लैंड की शार्लेट एडवर्ड्स के 5992 रनों के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर नया कीर्तिमान रचा। उन्होंने 183वें वनडे चार चौके और एक छक्के की मदद से 69 रनों की पारी खेली और अंतरराष्ट्रीय मैचों में यह कारनामा करने वाली पहली महिला बनीं।
8. पैरालंपिक के स्वर्ण पदक विजेता देवेन्द्र झाझरिया को देश के सर्वोच्च खेल सम्मान 'राजीव गांधी खेलरत्न' से नवाजा गया। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे देश के पहले पैराएथलीट बने। ऐसा करके देवेन्द्र ने यह संदेश भी दिया कि व्यक्ति चाहे कैसा भी यदि वह ठान ले तो किसी भी शिखर को छू सकता है।
9. भारतीय अंतरिक्ष संस्थान इसरो ने भी मई के अंतिम सप्ताह में भारत में ही विकसित सबसे बड़े क्रायोजेनिक अपर स्टेज इंजन जीएसएलवी मार्क 3 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस उपलब्धि के पीछे करीब 300 करोड़ की लागत और 15 वर्ष का कठिन परिश्रम है। जीएसएलवी मार्क 3 की ऊंचाई 13 मंजिला इमारत के बराबर है। यह चार टन वजनी सैटेलाइट को अपने साथ ले जा सकता है।
10. इस साल भारत के लिए विदेश से भी अच्छी खबर आई, जब 15 जून को एक अप्रवासी भारतीय के बेटे लियो वरदकर को आयरलैंड का प्रधानमंत्री चुना गया। इतिहास रचने वाले 38 वर्ष के लियो लियो पहले भारतीय हैं, जिन्हें इस देश की कमान मिली है। वे आयरलैंड के सबसे युवा प्रधानमंत्री भी बने हैं। हालांकि भारतीय परिवेश के हिसाब से यह उचित नहीं है, लेकिन वे आयरलैंड के पहले गे प्रधानमंत्री भी हैं।