हैदराबाद। तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद ने इस साल जहां एक ओर भारत के मेट्रो ट्रेन के नक्शे पर अपना नाम दर्ज कराया वहीं दूसरी ओर शहर में आयोजित हुए हाईप्रोफाइल सम्मेलन ने भी खूब सुर्खियां बटोरी जिसमें अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी और सलाहकार इवांका ट्रंप शामिल हुई थीं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मियांपुर और नागोले के बीच 28 नवंबर को मेट्रो रेल परियोजना की 30 किलोमीटर लंबी लाइन का उद्घाटन किया, जो ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे इस शहर के लिए बड़ी राहतभरी बात रही। एलएंडटी मेट्रो रेल, हैदराबाद के अनुसार 4 कॉरिडोरों की करीब 72 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह मेट्रो के क्षेत्र में दुनिया की सबसे बड़ी सार्वजनिक-निजी साझेदारी परियोजना है।
इसी दिन मोदी ने वैश्विक उद्यमिता सम्मेलन (जीईएस) के 8वें संस्करण का भी उद्घाटन किया, जिसका आयोजन नीति आयोग और अमेरिकी सरकार ने संयुक्त रूप से किया। दक्षिण एशिया में इस तरह के पहले सम्मेलन को मोदी और इवांका ने संबोधित किया। आंध्रप्रदेश के पुनर्गठन के बाद राज्य ने इस साल पहली बार विश्व तेलुगु सम्मेलन भी आयोजित किया। इस साल प्रख्यात तेलुगु साहित्यकार, गीतकार और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित सी. नारायण रेड्डी का निधन भी हुआ।
राजनीति के नजरिए से टीआरएस सरकार के लिए यह साल अच्छा रहा जिसने सामाजिक सुरक्षा पेंशनों जैसी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने और कलेश्वरम लिफ्ट सिंचाई जैसी अपनी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया। सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम तेदेपा के मुखर नेता ए. रेवांथ रेड्डी का कांग्रेस में शामिल होना रहा। विधायक और तेदेपा की तेलंगाना इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष के कांग्रेस में शामिल होने से मुख्य विपक्षी दल को बल मिलने की संभावना है, जो फिलहाल राज्य में कमजोर स्थिति में है।
विपक्षी दल भाजपा भी तेलंगाना में अपनी जड़ें मजबूत करने की कोशिश कर रही है और पार्टी प्रमुख अमित शाह ने इस योजना के तहत मई में राज्य का 4 दिवसीय दौरा किया। इस वर्ष तेलंगाना विधानसभा ने शिक्षण संस्थानों और राज्य सेवाओं में मुस्लिमों और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षण क्रमश: 12 फीसदी और 10 फीसदी बढ़ाने संबंधी विधेयक पारित किया। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में शीर्ष माओवादी नेता गिनुगु नरसिम्हा रेड्डी उर्फ जमपन्ना ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। (भाषा)