अक्षय तृतीया के दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निपट कर तांबे के बर्तन में शुद्ध जल लेकर भगवान सूर्य को पूर्व की ओर मुख करके चढ़ाएं तथा इन 3 में से किसी 1 मंत्र का जप करें-
ॐ भास्कराय विग्रहे महातेजाय धीमहि, तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय, सहस्त्र किरणाय मनोवांछित फलं देहि देहि स्वाहा
ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशो तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपये मां भक्तया, ग्रहाणार्घ्यं दिवाकर
अक्षय तृतीया के बाद प्रत्येक दिन सात बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। आप देखेंगे कि आश्चर्यजनक रूप से आपका भाग्य चमक उठेगा। यदि यह उपाय सूर्योदय के एक घंटे के भीतर किया जाए तो और भी शीघ्र फल देता है।