अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति बराक ओबामा और वेटिकन के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो सकते हैं। दरअसल गर्भपात समर्थक अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी को वेटिकन के एक अधिकारी ने दो महीने पहले मौत की पार्टी करार दिया था।
लेकिन उनके शब्द अमेरिका के उन करोड़ों कैथोलिकों पर कोई असर डालने में नाकाम रहे, जिन्होंने मंगलवार को हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार ओबामा के पक्ष में मतदान किया।
अमेरिका में 25 प्रतिशत यानी 3 करोड़ मतदाता कैथोलिक हैं। मतदान के तुरंत बाद हुए सर्वेक्षणों के अनुसार इनमें से 54 प्रतिशत लोगों ने ओबामा के पक्ष में और 46 प्रतिशत ने उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी जॉन मैक्केन के पक्ष में मतदान किया।
पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के बाद वेटिकन को एक बार फिर गर्भपात समर्थक अमेरिकी प्रशासन से दो-चार होना पडे़गा। गर्भपात और जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दों पर क्लिंटन और वेटिकन में भारी मतभेद थे।
अगर ओबामा गर्भपात संबंधी मौजूदा कानूनों में ढील देते हैं तो वेटिकन के साथ रिश्तों में खटास आ सकती है। हालाँकि अधिकतर कैथोलिक मौजूदा नियमों को बनाए रखने के पक्ष में हैं।