अरुण शौरी की नई किताब डज ही नो अ मदर्स हार्ट में वे एक सवाल करते हैं कि अन्याय का ईश्वर कौन है? कौन ऐसे जीन बनाता है, जिससे एक मासूम का जीवन हमेशा के लिए बरबाद हो जाता है। अंतहीन दर्द और जिंदगी तबाह करने वाली लंबी बीमारी का क्या तुक है। ये शौरी की अपनी कहानी है, जिसके पात्र भी उनके परिवार के सदस्य हैं। शारीरिक कमियों के साथ पैदा हुआ अदित मुख्य पात्र है। अदित से सभी प्यार करते हैं, लेकिन कोई उसका दर्द दूर नहीं कर सकता।
शौरी सवाल करते हैं, इस असहाय बच्चे पर ईश्वर क्यों जुल्म करता है, जबकि दुनिया पर जुल्म करने वाले आराम की जिंदगी जीते हैं। कौन-सा मत एक मासूम के लिए दुनिया में दोजख की बात करता है। इस किताब में शौरी का ईश्वर जुए की मेज का मालिक है, उसे उन लोगों की परवाह नहीं है, जिन्हें जुए में खराब नंबर मिलने पर मुसीबतें झेलना पड़ती है।