ऑस्कर में पाँच अवॉर्ड जीतकर सर्वश्रेष्ठ फिल्म बनी द आर्टिस्ट ने साबित किया कि अच्छी कहानी और निर्देशन के दम पर ऑस्कर अवॉर्ड पाना कोई मुश्किल काम नहीं है। 1927 के बैकग्राउंड पर बनी द आर्टिस्ट मूक फिल्मों के खत्म होते दौर और सवाक फिल्मों की शुरुआत के बीच की कहानी कहती है। मूक फिल्मों का सुपर स्टार अपनी फिल्मों से इतना प्यार करता है कि बोलती फिल्मों के ट्रेंड को अपना नहीं पाता।
जिस लड़की से वो प्यार करता है, वह भी बोलती फिल्मों की बड़ी स्टार बन जाती है। यह लड़की स्टार बनने के बाद भी उस हीरों को नहीं भूलती, जिसने बुरे दौर में उसका साथ दिया था। करीब पौने दो घंटे की इस साइलेंट फिल्म का क्लाइमैक्स बहुत शानदार है। निर्देशक माइकल हजानाविसियस की यह फिल्म भाषा की दीवारों में कैद नहीं है। पूरी फिल्म में कहानी फेस एक्सप्रेशंस और इशारों के माध्यम से कही गई है। यह मार्मिक कहानी विश्व का हर सिनेमाई दर्शक देख सकता है।