वीरेंद्र सहवाग ने वन डे में 219 रन ठोंक कर सचिन तेंडुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने 149 गेंदों में 25 चौके मारे और 7 छक्के उड़ाए। जिन लोगों ने इंदौर में उन्हें यह पारी खेलते हुए देखा है, वे इस बात की ताईद करेंगे कि उनके खेल की दो खासियतें थीं। पहली थी नैसर्गिकता और दूसरी थी निर्भयता। वे जितना सहज होकर खेलते हैं, जितनी नैसर्गिकता से खेलते हैं, उतने ही उनके स्ट्रोक्स आकर्षक होते हैं। सहवाग ने अपनी कुछ पारियों की शुरुआत चौके से की है। इंदौर की इस चमत्कारिक पारी में भी उन्होंने जो चौके-छक्के जड़े हैं, वे उनकी निर्भयता के साक्ष्य हैं। इस वक्त वे दुनिया के सबसे निर्भय बल्लेबाज हैं। सबसे नैसर्गिक बल्लेबाज भी।