- पं. श्रीराम शर्मा आचार्य
* ईमानदार होने का अर्थ होता है हजार मनकों में से अलग चमकने वाला हीरा। * ज्यो व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी अपना ईमान, साहस और धैर्य को कायम रखता है, वस्तुतः वही सच्चा शूर वीर है। * आलस्य से बढ़कर अधिक घातक और स्वयं का अधिक शत्रु कोई और नहीं है। * कायर व्यक्ति अपने मृत्यु से पूर्व कई बार मर चुका होता है, जबकि बहादुर व्यक्ति को मरने के दिन ही मरना पड़ता है। * किसी भी व्यक्ति को ईष्या उसी तरह खा जाती है, जैसे कपड़ों को कीड़े खाते हैं। * जीवन का अर्थ है 'समय', जो अपने जीवन से प्यार करते हों वह आलस्य में समय न गवाएं। * आय से अधिक खर्च करने वाले हमेशा ही तिरस्कार के भागी बनते है और अनेक कष्ट भोगते हैं।