लीची : गर्मियों का शाही फल
सर्वप्रथम दक्षिण चीन में पहली शताब्दी के आसपास लीची की खेती शुरू हुई थी। लीची विटामिन सी और पोटेशियम का महत्वपूर्ण स्रोत है। लीची को पूरा पकने के बाद ही तोड़ा जा सकता है क्योंकि पेड़ से तोड़ लेने के बाद लीची के फल का पकना बन्द हो जाता है।
यह छोटे आकार का और पतले और नरम कांटों के छिलके वाला फल है। इसका छिलका पहले लाल रंग का होता है और अच्छी तरह पक जाने पर थोड़े गहरे रंग का हो जाता है। अन्दर खूब मुलायम पारदर्शी से सफेद रंग का चमकदार पल्प होता है जो स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होता है। इस पल्प के अंदर कत्थई रंग का एक बड़ा बीज होता है। लीची पौष्टिक तत्वों का भंडार है। इसमें भरपूर विटामिन सी, पोटेशियम और शकर होती है। साथ ही पानी की मात्रा भी पर्याप्त होती है। गरमी में खाने से यह शरीर में पानी के अनुपात को संतुलित रखते हुए ठंडक भी पहुंचाता है। दस लीचियों से हमें लगभग 65 कैलोरी मिलती हैं।
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