भारत द्वारा पाकिस्तान में चल रहे लश्कर-ए-तोइबा के प्रशिक्षण केंद्रों पर हमले करने के बयान से अब यह बात साफ हो गई है कि भारत अबकी बार सही मायने में कुछ करने जा रहा है। परंतु एक बात गौर करने वाली है कि आखिर लश्कर-ए-तोइबा तथा अन्य आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्र पाकिस्तान में कहाँ नहीं हैं! जानकारियों के मुताबिक पाकिस्तान में लश्कर-ए-तोइबा के 22 सौ ठिकाने हैं। आशय यह कि यदि भारत ने आतंकवादी ठिकानों और प्रशिक्षण केंद्रों पर हमला करने की योजना बनाई तो पूरा पाकिस्तान ही भारत के निशाने पर होगा।
* लश्कर के प्रशिक्षण केंद्र संपूर्ण पाकिस्तान व पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हैं।
* लश्कर के केंद्र के अलावा भर्ती केंद्र व दफ्तर पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद, लाहौर, पेशावर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी, कराची, मुल्तान।
* पाकिस्तान में आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों के ठिकाने : बरहाली, गुज्जरखान, झांग, कोहाट, मिराम शाह, मशेरा, ओझोरी, सिक्यारी, मुजफ्फराबाद, चकोठी, बाग, अलियाबाग, मरी, रावलकोट, पलंद्री, कहूटा, कोटली, झेलम, भिंबर, शकरगढ़ आदि।
* पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में दधनियाल, गोजरा फोर्ट, गढ़ी दुपट्टा, निकियाल, सेन्सा और तेजिया।
पाकिस्तान में सक्रिय 11 आतंकवादी संगठन
लश्कर-ए-उमर, सिपाह-ए-सहाबा, तेहरीक-ए-जफरिया, तेहरीक-ए-नफज-ए-शरीयत-ए-मोहम्मदी, लश्कर-ए-जंगवी, सिपाह-ए-मोहम्मद पाकिस्तान, जमात उल फुकरा, नदीम-ए-कमांडो, पापुलर फ्रंट फॉर आर्म्ड रेजिस्टंस, मुस्लिम यूनाइटेड आर्मी, हरकत उल मुजाहिदीन अल अलामी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने वाले पाकिस्तानी आतंकी संगठन
पाकिस्तान में प्रमुख 32 आतंकी संगठन हैं जिनमें से ये वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय रूप से सक्रिय हैं :
* हिजबुल मुजाहिदीन, हरकत उल अंसार जिसे वर्तमान में हरकत उल मुजाहिदीन के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा, लश्कर-ए-तोइबा, जैश-ए-मोहम्मद या मुजाहिदीन-ए-तंजीम, अल बद्र, जमात-ए-मुजाहिदीन, लश्कर-ए-जब्बार, हरकत उल जेहाद अल इस्लामी, मुत्ताहेदा जेहाद काउंसिल, तेहरीक उल मुजाहिदीन, अल उमर मुजाहिदीन, मुस्लिम जाँबाज फोर्स, कश्मीर जेहाद फोर्स, जम्मू एंड कश्मीर स्टूडेंट्स लिबरेशन फ्रंट।
चार ऐसे संगठन हैं जो कि खुलकर आतंकी संगठनों के लिए काम करते हैं, ये संगठन हैं-
अल रशीद ट्रस्ट, अल अख्तर ट्रस्ट, रबिता ट्रस्ट, उमामह तामिर-ए-नुआ।
* पाकिस्तान का वजीरिस्तान का क्षेत्र आतंकियों का स्वर्ग माना जाता है। यहाँ पर बड़ी संख्या में तालिबानी आतंकी हैं और कई आतंकी कैम्प भी हैं। अमेरिका द्वारा अफगानिस्तान पर हमले के बाद कई तालिबानी आतंकी यहाँ पर आ गए थे। यहाँ इतनी बड़ी संख्या में आतंकी हैं कि पाकिस्तान की सेना को भी यहाँ काफी सोच-समझकर कार्रवाई करना पड़ती है।
(नईदुनिया)