श्री गजानन महाराज दिगंबर वृत्ति के सिद्धकोटि के साधु थे। जहां जो भी मिले वह खाना, कहीं भी रहना, कहीं भी भ्रमण करना ऐसी उनकी दिनचर्या थी। वे हमेशा परोपकार में ही लगे रहते थे। वे अपने मुख से हमेशा प्रभु का भजन करते रहते थे। ऐसे ही महान संत श्री गजानन महाराज शेगांव वालों का समाधि मंदिर शेगांव में ही है।
शेगांव महाराष्ट्र के प्रमुख तीर्थस्थानों में शामिल है। शेगांव स्थित गजानन महाराज के मंदिर में हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई देती है। सभी भक्तों के संकट दूर करके प्रभु दर्शन करवाने के सैकड़ों उदाहरण उनके चरित्र में हैं। इस बार श्री समर्थ गजानन महाराज का 135वां प्रकटोत्सव मनाया जाएगा।