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चिदंबरम ने डाला पाकिस्तान पर दबाव

कहा- 26/11 के आरोपियों पर कार्रवाई करे

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इस्लामाबाद , शनिवार, 26 जून 2010 (00:32 IST)
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केन्द्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने शुक्रवार रात अपने पाकिस्तानी समकक्ष रहमान मलिक से मुलाकात की और माना जाता है कि उन्होंने जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद एवं कुछ लोगों समेत मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई के लिए दबाव डाला है। माना जा रहा है कि इनमें कुछ लोग पाकिस्तानी सेना के हैं।

पिछले तीन दशक में पाकिस्तान के दौरे पर जाने वाले पहले गृहमंत्री चिदंबरम ने यहाँ गृह मंत्रालय में मलिक से मुलाकात की, जहाँ उनका भव्य तथा पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

मलिक रावलपिंडी स्थित चकलाला हवाई अड्डे पर गए और चिंदबरम की व्यक्तिगत रूप से अगवानी की, जो यहाँ दक्षेस देशों के गृहमंत्रियों के शनिवार को होने वाले सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए हैं।

‘वीआईपी लाउंज’ की ओर जाते हुए चिदंबरम और मलिक एक दूसरे से बात करते और तस्वीरें खिंचवाते हुए देखे गए। बैठक पूर्व तय समय 45 मिनट से परे करीब दो घंटे तक चली और मलिक ने कहा कि चिदंबरम के साथ उनकी बातचीत सकारात्मक थी और वे रात्रिभोज पर फिर मुलाकात करेंगे।

चिदंबरम और मलिक ने एक घंटे तक आमने-सामने बात की, जिसके बाद इस चर्चा में उनके शिष्टमंडल के प्रतिनिधि भी शामिल हो गए। मलिक ने मुलाकात के बाद कहा कि यह बहुत अच्छा क्षण है और अच्छी शुरुआत है। यह अच्छी चर्चा थी और इससे पाकिस्तान और भारत दोनों की जनता को अच्छा संदेश जाता है।

मलिक ने कहा कि दोनों मुल्कों को दस्तावेजों के आदान-प्रदान के बजाय अपने दिल मिलाने चाहिए। यह माना जा रहा है कि चिदंबरम ने बैठक के दौरान मलिक से कहा कि पाकिस्तान के समक्ष मुंबई हमलों से जुड़े मुद्दों का गंभीरता से हल करने का वक्त आ गया है।

यह भी समझा जा रहा है कि भारतीय गृहमंत्री ने पाकिस्तानी सेना में मौजूद समझे जा रहे लोगों सहित सईद तथा हमलों के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी माँग की। भारत सईद को मुंबई हमलों का सूत्रधार मानता है। इस हमले में 166 लोगों की मौत हो गई थी।

चिदंबरम के बारे में यह भी माना जा रहा है कि उन्होंने पाकिस्तानी साजिशकर्ताओं की आवाज के नमूने माँगे हैं और जम्मू-कश्मीर की सीमा पर घुसपैठ की घटनाओं तथा घुसपैठ कर आतंकवादी गतिविधियों में शामिल हो चुके पाकिस्तानियों के मुद्दों को भी उठाया। बाद में चिदंबरम ने विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी से भी मुलाकात की।

गृहमंत्री ने इससे पहले विशेष विमान में बताया कि वह ऐसा कुछ नहीं कहेंगे, जिसका दक्षेस देशों के गृहमंत्रियों के सम्मेलन पर कोई असर पड़े। चिदंबरम ने कहा कि वे पाकिस्तान को ‘विनम्रता’ लेकिन दृढ़ता से कहेंगे कि मुंबई हमलों से जुड़े मुद्दों का हल करने का वक्त आ गया है।

चिदंबरम ने कहा कि मुझे पदभार संभाले 18 महीने हो गए। इन मुद्दों (मुंबई हमलों से जुड़े) का समुचित गंभीरता के साथ हल करने का वक्त आ गया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वे मलिक के समक्ष हाफिज सईद के मुद्दे को उठाएँगे, चिदंबरम ने कहा कि हाफिज सईद का मामला इन मुद्दों में एक है।

यह पूछे जाने पर कि क्या पाकिस्तानी सैन्यकर्मी मुंबई हमलों को निर्देशित करने वाले लोगों में शामिल थे, चिदंबरम ने कहा कि यदि आप दस्तावेज (भारत ने जिसे पाकिस्तान को दिया है) के हवाले से कह रहे हैं तो आप सही हवाला दे रहे हैं। लेकिन मैं नहीं जानता कि यह असली नाम हैं या काल्पनिक।

यह पूछे जाने पर कि क्या इनमें पाकिस्तानी सेना के दो मेजर शामिल हैं, चिदंबरम ने कहा कि यही वही बात है, जो दस्तावेज में कही गई है। गृहमंत्री ने हमलों के तार हेडली से जुड़े होने के मुद्दे को उठाए जाने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वे इसे प्रत्यक्ष रूप से नहीं उठाएँगे। (भाषा)

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