नेपाल सरकार ने माओवादी विद्रोहियों की सेना में शामिल रहे हजारों बाल सैनिकों को स्वतंत्र करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये बाल सैनिक दक्षिणी नेपाल में माओवादी लड़ाकुओं के लिए बने शिविरों में रह रहे थे।
आधिकारियों ने बताया कि रिहा किए गए करीब तीन हजार बाल सैनिक नेपाल में जारी शांति प्रक्रिया का मुख्य हिस्सा हैं। संयुक्त राष्ट्र ने नेपाल सरकार के इस कदम को मील का पत्थर बताया है। उधर नेपाल सरकार ने घोषणा की है कि नवंबर महीने के शुरू होने तक लगभग सभी बाल सैनिकों को मुक्त कर दिया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र के आँकड़ों के मुताबिक शांति समझौते के बाद से अब तक करीब 24000 विद्रोही लड़ाके हैं। इनमें से करीब तीन हजार लडाकुओं की उम्र 18 वर्ष से कम है।
इसके साथ करीब एक हजार लड़ाकू शांति प्रक्रिया की शुरूआत के बाद माओवादी गुट में शामिल हुए। हालाँकि बाल सैनिकों की रिहाई के बाद भी यह प्रश्न बना हुआ है कि वयस्क लड़ाकुओं का भविष्य क्या होगा।