कुआलालंपुर। मलेशिया एयरलाइंस के लापता बोइंग 777 जेटलाइनर विमान ने समुद्र के उपर दिशा बदलते हुए मलेशिया पार किया और सैकड़ों मील दूर मलक्का की खाड़ी की ओर चला गया था। मलेशियाई सेना के अधिकारियों ने सैन्य रडार के हवाले से यह जानकारी दी है।इस नए घटनाक्रम के सामने आने के बाद विमान के गुम होने को लेकर उलझन बढ़ गई एवं रहस्य गहरा गया। इससे यह सवाल उठ रहे हैं कि मलेशिया एयरलाइंस का यह विमान क्या असैन्य रडार द्वारा पता किए जाने वाले सिग्नल संचारित नहीं कर रहा था, दिशा बदलने को लेकर विमान चालक दल क्यों खामोश रहा और जब विमान मुड़ा तो क्यों कोई संकटकालीन संकेत नहीं भेजे गए।कई विशेषज्ञ इस अनुमान को लेकर चल रहे हैं कि विमान में विस्फोट, इंजन बंद होने, आतंकी हमला, बहुत अशांत स्थिति, पायलट की गलती या फिर आत्महत्या जैसी कोई बड़ी आपदा हुई होगी। वहीं सीआईए के निदेशक ने वाशिंगटन में कहा कि वह अब भी आतंकवाद के कोण को खारिज नहीं कर सकते।
उड़ान संख्या एमएच370 में 239 यात्री सवार थे। विमान ने शनिवार रात 12 बजकर 41 मिनट पर बीजिंग के लिए उड़ान भरी थी। बीजिंग जा रहे इस विमान में पांच भारतीय, भारतीय मूल के एक कनाडाई व्यक्ति सहित 227 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य थे।
अधिकारियों ने शुरू में कहा कि उड़ान के एक घंटे बाद 35,000 फुट की उंचाई पर विमान से संपर्क टूट गया था। विमान तब मलेशिया के पूर्वी तट और वियतनाम के बीच था।
लेकिन स्थानीय समाचारपत्र बेरिटा हारियन ने मलेशियाई वायुसेना के अध्यक्ष जनरल रोडजाली दाउद के हवाले से कहा कि सैन्य शिविर के रडार ने विमान के दिशा बदलने का पता लगाया है। रात 2 बजकर 40 मिनट पर विमान के मलक्का की खाड़ी में उत्तर दिशा की ओर पुलाउ पेराक के पास होने का पता चला।
मलक्का की खाड़ी मलेशिया के पश्चिमी तट एवं इंडोनेशिया के सुमात्रा द्वीप के बीच है। विमान तब नीचे, करीब 29,528 फुट की उंचाई पर उड़ रहा था। इसके बाद विमान का संपर्क टूट गया। (भाषा)