श्रीलंका के खेल मंत्रालय ने भारत में खेले जा रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के चौथे सत्र में भाग ले रहे अपने खिलाड़ियों को घर वापस आने का आदेश दिया है ताकि वे अगले महीने होने वाले इंग्लैंड के दौरे के लिए अभ्यास सत्र में भाग ले सकें।
श्रीलंका के खेल मंत्री महिंदानंदा अलुथगमागे ने बयान जारी करके कहा कि वह चाहते हैं कि उनके खिलाडी आईपीएल के बजाए देश के लिए खेलने को प्राथमिकता दें।
उन्होंने कहा राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ी भविष्य में केवल उन्हीं विदेशी टूर्नामेंटों में हिस्सा ले सकेंगे जिनसे श्रीलंकाई टीम के अभ्यास सत्र पर कोई असर न पड़ता हो। यह कदम श्रीलंकाई मंत्रियों की उस शिकायत के बाद उठाया गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि विश्वकप में उनके साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया गया और उन्हें ब्लैक में टिकट खरीदनी पड़ीं। हालाँकि देश के उच्च आयोग ने इस बात का खंडन किया है।
ऐसा बताया जा रहा है कि सीनियर खिलाड़ियों को पाँच मई तक अभ्यास सत्र में भाग लेने के लिए पहुँचने को कहा गया है। श्रीलंकाई टीम को इंग्लैंड के खिलाफ मई से जुलाई तक तीन टेस्ट मैच और पाँच वनडे मैचों की सिरीज के अलावा एक ट्वेंटी-20 मैच खेलना है।
पूर्व कप्तान कुमार संगकारा और माहेला जयवर्द्धने समेत श्रीलंका के 11 खिलाड़ी आईपीएल में भाग ले रहे हैं और इनमें से कम से कम पाँच खिलाड़ियों को इंग्लैंड दौरे में श्रीलंकाई टीम की ओर से खेलना है।
किंग्स इलेवन पंजाब के पूर्व कोच टॉम मूडी ने कहा है कि आईपीएल में श्रीलंकाई खिलाड़ियों के न खेलने से टूर्नामेंट पर बुरा असर पड़ सकता है। (वार्ता)