लगातार दो मैचों से जीत का स्वाद चख रही डेक्कन चार्जर्स की टीम का मुकाबला बुधवार को जब किंग्समीड मैदान पर दिल्ली डेयरडेविल्स से होगा तो अंतिम चार में जगह पक्की करने के लिए जीत की ज्यादा जरूरत डेक्कन चार्जर्स को होगी।
दिल्ली की टीम नौ में से सात मैच जीतकर लगभग सेमीफाइनल में स्थान लगभग पक्का कर चुकी है लेकिन दूसरी तरफ डेक्कन चार्जर्स की टीम को सेमीफाइनल में पहुँचने के लिए अपने अगले चार मैचों में से दो मैचों में जीत दर्ज करना जरूरी है।
दोनों ही टीमें जीत के रथ पर सवार है और दोनों में से कोई भी टीम एक दूसरे को हल्के में लेने की गलती नहीं बिल्कुल भी नहीं करेगी। दोनों टीमों के बीच पिछला मुकाबला दिल्ली के नाम रहा था लेकिन एंड्रयू साइमंडस जैसे मैच विनर के आने से अब मुकाबला बराबरी का हो गया है।
हैदराबाद की टीम इस समय काफी मजबूत लग रही है और जिस अंदाज में टीम ने पंजाब और राजस्थान को हराया है, उससे आईपीएल में टीम की सफलता की संभावनाएँ काफी बढ़ गई हैं।
टीम में बल्लेबाजी और गेदबाजी को लेकर कोई समस्या नहीं है लेकिन क्षेत्ररक्षण में टीम को अभी काफी सुधार करने की जरूरत है।
दिल्ली की बल्लेबाजी आईपीएल की आठों टीमों में सबसे अच्छी है। सहवाग, गंभीर, वार्नर, दिलशान, एबी डिविलियर्स और दिनेश कार्तिक के रहते विपक्षी कप्तान और गेंदबाज अंतिम तक चैन की साँस नहीं ले सकते हैं और इस बल्लेबाजी क्रम की सबसे बड़ी खूबी इसका लचीलापन है, जिसके कारण कोई भी बल्लेबाज किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता है।
गेंदबाज में अमित मिश्रा और आशीष नेहरा तो विपक्षी बल्लेबाजों की नाक में दम किए हुए हैं। नेहरा को तो इस समय विश्वकप 2003 के बीते हुए दिन याद आ गए होंगे, जब उन्होंने पूरी प्रतियोगिता में जबरदस्त सफलता हासिल की थी और इंग्लैंड के खिलाफ तो 23 रन पर 6 विकेट लेकर करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। वहीं दूसरी तरफ अमित मिश्रा अपने दूसरा गेद की बदौलत विपक्षी बल्लेबाजों के लिए अबूझ पहेली बने हुए हैं।
इसके अलावा डिक नैन्स, प्रदीप सांगवान और रजत भाटिया ने भी पूरे आईपीएल में बढ़िया प्रदर्शन किया है। ऐसे में यदि विटोरी वापस टीम में लौटते हैं तो यह दिल्ली के लिए सोने पर सुहागे जैसा होगा। यानी बुधवार को दोनों टीमें शक्ति प्रदर्शन करने उतरेगी और चार्जर्स के कप्तान गिलक्रिस्ट की नजर जीत की हैट्रिक बनाकर सेमीफाइनल में स्थान पक्की करने पर होगी।