लगातार पाँच जीत दर्ज कर चुकी चेन्नई सुपर किंग्स इंडियन प्रीमियर लीग में गुरुवार को बेंगलुरु रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ इस क्रम को बरकरार रखते हुए सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के इरादे से उतरेगी।
धोनी की टीम की टूर्नामेंट में शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और पहले पाँच में से वह सिर्फ एक ही मैच जीत सकी थी। डेक्कन चार्जर्स पर मिली जीत के बाद हालाँकि उसने लगातार पाँच मैच जीतकर लय में वापसी की। अब अनिल कुंबले की टीम को उसे हराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाना होगा।
चेन्नई की कामयाबी में ऑरेंज कैपधारी मैथ्यू हेडन का बड़ा हाथ रहा है। पहले छह ओवर में उन्होंने हमेशा टीम को अच्छी शुरुआत दी है। सुरेश रैना आईपीएल टू में सर्वाधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज हैं। धोनी ने भी खराब फॉर्म को अलविदा कह दिया है जबकि एस. बद्रीनाथ पिछले मैच में कामयाब रहे।
चेन्नई के गेंदबाजों ने भी जीत में सूत्रधार की भूमिका निभाई है। यही वजह है कि दस मैचों में छह जीत के साथ सुपर किंग्स अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है।
सुदीप त्यागी और लक्ष्मीपति बालाजी ने अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि मुथैया मुरलीधरन ने रनगति पर अंकुश लगाने के साथ विकेट भी चटकाए हैं। रैना ने भी अच्छी गेंदबाजी का नजारा पेश किया है।
दूसरी ओर कुंबले की टीम ने टुकड़ों में अच्छा खेल दिखाया है। जैक्स कैलिस हर मैच में नहीं चल सके हैं। जेसी राइडर और रॉबिन उथप्पा फ्लॉप रहे।
राहुल द्रविड़ ने कई मैचों में संकटमोचक की भूमिका निभाई। कुल मिलाकर 11 मैचों में से पाँच जीतकर टीम छठे स्थान पर है। कुंबले के लिए खुशी की बात रोस टेलर का जबरदस्त फॉर्म है, जिन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ सिर्फ 33 गेंद में 81 रन बनाए।
लेकिन रॉयल चैलेंजर्स के गेंदबाजों ने निराश किया और कोलकाता जैसी बेदम टीम ने उसके खिलाफ टूर्नामेंट में अपना सर्वोच्च स्कोर बना डाला। पिछले मैच में चेन्नई के हाथों 92 रन से पराजित कुंबले का इरादा वैसे बदला चुकता करने का भी होगा।