तेंडुलकर पर होंगी सभी की नजरें
मुंबई इंडियंस के हौसले बुलंद
क्रिकेटप्रेमियों का लंबा इंतजार खत्म करते हुए मुंबई इंडियंस के आइकन और कप्तान सचिन तेंडुलकर ग्रोइन की चोट से उबरने के बाद कल चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग में अपना पहला मैच खेलेंगे तो उनकी टीम के हौसले बुलंदी के सातवें आसमान पर होंगे।
ट्वेंटी-20 लीग के पहले सात मैचों में बाहर रहे तेंडुलकर का इरादा बेहतरीन प्रदर्शन करके अपने प्रशंसकों के इंतजार को सार्थक साबित करने का होगा। दूसरी ओर अंक तालिका में छठे स्थान पर काबिज उनकी टीम के लिए भी यह काफी अहम मुकाबला है।
मुंबई की शुरुआत बेहद खराब रही थी और तेंडुलकर के बिना उसे लगातार चार पराजय का सामना करना पड़ा। उसके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया हरभजनसिंह के थप्पड़ प्रकरण ने।
लेकिन पिछले तीन मैचों में दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स जैसी धुरंधर टीमों को हराकर मुंबई का मनोबल बढ़ा है। तेंडुलकर की वापसी से उसका आत्मविश्वास और बढ़ेगा खासकर तब जबकि इस मास्टर बल्लेबाज का यह घरेलू मैदान है।
महेंद्रसिंह धोनी की अगुआई वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने शुरुआत शानदार अंदाज में की। इसके बाद कुछ मैचों में उसकी लय टूटी हालाँकि 10 मई को पंजाब पर 18 रन से जीत दर्ज करके उसने फार्म हासिल कर ली।
लक्ष्मीपति बालाजी ने शानदार वापसी करते हुए आईपीएल में पहली हैट्रिक जमाई। अब उसका सामना तेंडुलकर और श्रीलंका के सनथ जयसूर्या के रूप में दुनिया के दो सबसे खतरनाक बल्लेबाजों से होगा।
जयसूर्या अभी तक पूरी रंगत में नहीं दिखे हैं लेकिन उन्होंने अपने हुनर की झलकियाँ जरूर दिखाई है। मुंबई इंडियंस के बल्लेबाज अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। उसके लिए सात मैचों में सर्वाधिक 211 रन राबिन उथप्पा ने बनाए हैं जिसमें एक भी शतक शामिल नहीं है।
चेन्नई सुपर किंग्स को हराने के लिए मुंबई को अपनी बल्लेबाजी सुधारनी होगी। चेन्नई की टीम ने 23 अप्रैल को अपने मैदान पर हुए मुकाबले में मुंबई को शिकस्त दी थी जिसका बदला भी तेंडुलकर एंड कंपनी को चुकाना है।
तेंडुलकर ने कहा कि गेंदबाजों ने जिन मैचों में जल्दी विकेट लिए हैं उनकी टीम जीती है और यही उनकी कामयाबी की कुंजी होगी।
तेंडुलकर की गैर मौजूदगी में मुंबई की कप्तानी करने वाले शान पोलाक पर गेंदबाजी का दारोमदार होगा। टीम के आक्रमण की धुरी एक बार फिर आशीष नेहरा होंगे जिन्होंने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है।
हरभजन के जाने के बाद मुंबई स्पिन आक्रमण के मामले में कमजोर पड़ा है जिसका फायदा चेन्नई की टीम उठाना चाहेगी।