महेंद्रसिंह धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग्स भले ही इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में हार गई हो, लेकिन 44 दिन के इस टूर्नामेंट में इस दिग्गज बल्लेबाज का प्रत्येक रन लगभग डेढ़ लाख रुपए का पड़ा।
फरवरी में आईपीएल नीलामी के दौरान धोनी के लिए सबसे अधिक बोली लगाई गई थी। चेन्नई फ्रेंचाइजी ने भारत के एकदिवसीय और ट्वेंटी-20 कप्तान को 6 करोड़ रुपए में खरीदा था।
धोनी ने 14 पारियों में 41.40 की औसत से 414 रन बनाए और उनके बल्ले से निकला एक रन 1 लाख 44 हजार 927 रुपएका पड़ा। टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर शार्न मार्श हालाँकि धोनी जितने भाग्यशाली नहीं रहे।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज ज्योफ मार्श के बेटे शॉन को मात्र 12 लाख रुपए में खरीदा गया और उन्होंने 68 की औसत से 616 रन बनाये। इस तरह आईपीएल में उन्हें प्रत्येक रन के लिए मात्र। 948 रुपए मिले जो धोनी के मुकाबले रती भर ही है।
आईपीएल के किसी भी फ्रेंचाइजी मालिक ने ऑस्ट्रेलिया के इस युवा बल्लेबाज में रुचि नहीं दिखाई और नीलामी के पहले दो दौर में उनकी कोई बोली नहीं लगी। बाद में किंग्स इलेवन पंजाब के कोच टाम मूडी ने टूर्नामेंट शुरू होने से मात्र नौ दिन पहले इस बाएँ हाथ के बल्लेबाज को खरीदा।
मार्श के बाद सर्वाधिक रन बनाने वालों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे गौतम गंभीर 534, 41.07 की औसत से रन बनाकर दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए फायदे का सौदा रहे। दिल्ली ने इस बल्लेबाज को 2 करोड़ नब्बे लाख रुपए में खरीदा था। दिल्ली की टीम सेमीफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई, लेकिन गंभीर को प्रत्येक रन के लिए 54 हजार 307 रुपए मिले।
पाँच सौ से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों के क्लब के तीसरे सदस्य श्रीलंका के अनुभवी सनथ जयसूर्या को मुंबई इंडियन्स ने तीन करोड़ नब्बे लाख रुपएकी ऊँची बोली लगाकर खरीदा था। मुंबई की टीम भले ही अंतिम चार में न पहुँच पाई हो लेकिन यह दिग्गज सलामी बल्लेबाज 14 मैचों में 514 रन के साथ टीम की उम्मीदों पर खरा उतरा।
अपने शानदार अंतरराष्ट्रीय करियर के अंतिम पड़ाव पर खड़े जयसूर्या के हर रन की कीमत 75 हजार 875 रुपए रही। गेंदबाजों में राजस्थान रॉयल्स के सोहेल तनवीर निसंदेह सबसे किफायती रहे। पाकिस्तान के इस तेज गेंदबाज ने टूर्नामेंट में 12.09 की शानदार औसत के साथ सर्वाधिक 22 विकेट चटकाकर परपल भी हासिल की।
तनवीर को राजस्थान की टीम ने मात्र 40 लाख रुपए में खरीदा था। इस तेज गेंदबाज ने विरोधी टीमों को शुरूआती झटके देकर टीम को अच्छी शुरूआत दिलाने के अलावा स्लाग ओवरों में भी अच्छी गेंदबाजी करके खुद को साबित किया।
तनवीर का प्रत्येक विकेट एक लाख 81 हजार 818 रुपए का पड़ा। उन्होंने इसके अलावा निचले क्रम में उपयोगी रन भी जोड़े, जिसमें फाइनल मुकाबले में कल रात अंतिम गेंद पर बनाया गया विजयी रन भी शामिल है।
सर्वाधिक विकेट चटकाने वालों की सूची में तनवीर के कप्तान शेन वॉर्न (19 विकेट) दूसरे स्थान पर रहे। राजस्थान रॉयल्स ने वॉर्न को एक करोड़ 80 लाख रुपए में खरीदा था और इस तरह इस दिग्गज स्पिन गेंदबाज का प्रत्येक विकेट फ्रेंचाइजी को 9 47 हजार 368 रुपए का पड़ा। हालाँकि आईपीएल में वॉर्न के योगदान को कीमत में नहीं आँका जा सकी।
टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले राजस्थान रॉयल्स को सबसे कमजोर टीमों में ऑका जा रहा था लेकिन इस युवा टीम ने अनुभवी वॉर्न की अगुआई में साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शक मौजूदगी टीम के लिए कितनी फायदेमंद हो सकती है।
वॉर्न ने आईपीएल में गेंद और बल्ले के अलावा अपनी कप्तानी में रणनीतिक कौशल का भी भरपूर जलवा दिखाते हुए सिताराविहीन टीम को चैम्पियन बनवाया। ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व गेंदबाज की अगुआई में युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट में अपना परचम लहराया।
वॉर्न को हमवतन शेन वॉटसन के रूप में शानदार साथी मिला, जो टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी साबित हुए। ऑस्ट्रेलिया के इस ऑलराउंडर ने 47.20 की औसत से 472 रन बनाने के अलावा 22.52 की औसत से 17 विकेट भी चटकाए।