खगोल वैज्ञानिकों ने आकाश गंगा में नए तारे पुंज खोजने का दावा किया है। एस्ट्रोफिजिकल इंस्टीट्यूट पोट्सडैम की डॉ. मैरी विलियम्स के नेतृत्व में हुआ अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में ढाई लाख तारों की गति को मापने के लिए साइडिंग स्प्रिंग वेधशाला के आँकड़ों का इस्तेमाल किया गया।
ये नए तारे कुंभ तारामंडल में हैं और इसीलिए इनका नाम एक्वेरियस (कुंभ) स्ट्रीम रखा गया है। तारों का यह पुंज हमारे ब्रह्मांड के पड़ोस की किसी छोटी आकाश गंगा का अवशेष है जो मंदाकिनी के गुरुत्वाकर्षण खिंचाव की वजह से लगभग 70 करोड़ साल पहले उस आकाश गंगा से अलग हुआ था।
डॉ. विलियम्स ने कहा कि एक्वेरियस स्ट्रीम का पता लगाना मुश्किल काम था जो आकाश गंगा के काफी भीतर स्थित है। यह तारों के जमघट के चलते नजर नहीं आ पा रहा था। उन्होंने कहा यह हमारे सामने था लेकिन हम इसे देख नहीं पाए।