देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने वित्तीय समावेशन कार्यक्रम के तहत समाज के कमजोर तबकों को ऋण देने के वास्ते आज फिर भेदकर ब्याज दर (डीआरआई) योजना को शुरू की।
योजना के तहत एसबीआई उत्तराखंड सरकार के साथ मिलकर करीब 1,500 लोगों को अपने उद्यम शुरू करने के लिए ऋण देगा।
बैंक के अधिकारियों ने कहा कि डीआरआई योजना के तहत लोगों को 5,000 रुपए से 15,000 करोड़ रुपए तक ऋण दिया देगा। बैंक दिए गए ऋण पर चार प्रतिशत की दर से ब्याज वसूलेगा और ऋण चुकाने के के लिए 16 माह का समय दिया जाएगा।
बैंक ने राज्य के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में बैंकिंग सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए पायलट स्तर पर मोबाइल वैन सेवा शुरू किया है। यह वाहन बायोमेट्रिक कार्ड से लैस होगा और यह बिजनेस कॉरस्पोन्डेंट के जरिये सेवाएं प्रदान करेगा।
बैंक के मुख्य प्रबंधक ज्योतिष घिल्डियाल ने यहां कहा कि मोबाइल बैंकिंग वैन सेवा के तहत वाहन गांव में सड़क के किनारे खडा होगा और वहां पर लोगों को बायोमेट्रिक कार्ड के जरिए बैंकिंग सुविधाएं दी जाएगी।
इस योजना का स्वागत करते हुए उत्तराखंड सरकार के मुख्य वित्त सचिव अलोक कुमार जैन ने कहा कि लोगों को वित्तीय स्वतंत्रता दिलाने में इस तरह के प्रयोग की महत्वपूर्ण भूमिका है। (भाषा)