अमेरिका की निगाह भारत के साथ बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान सौदे पर है। ओबामा प्रशासन ने इस सौदे को लेकर काफी उम्मीदें लगा रखी हैं। अमेरिकी सरकार का मानना है कि यदि यह सौदा हो जाता है, तो इससे अमेरिका में रोजगार के 27000 अवसरों का सृजन होगा।
ऐसे समय में जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा रोजगार अवसरों को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं यदि किसी अमेरिकी कंपनी को यह सौदा मिल जाता है, तो राजनीतिक दृष्टि से यह ओबामा के लिए काफी फायदेमंद होगा।
अमेरिका की दो प्रमुख विमान विनिर्माता कंपनियाँ बोइंग और लॉकहीड मार्टिन 10 अरब डॉलर के सौदे पर अपनी नजर गड़ाए हैं। संभावना है कि अमेरिकी अधिकारी ओबामा की नवंबर में होने वाली भारत यात्रा के दौरान इस मुद्दे को उठाएँगें।
दक्षिण और मध्य एशिया मामलों के अमेरिकी विदेशी उप मंत्री रॉर्बट ब्लेक ने कहा कि अगर यह सौदा हो जाता है तो इससे 27000 नए रोजगार के अवसरों का सृजन होगा। यह इस बात का संकेत है कि अमेरिका इस सौदे को कितना महत्वपूर्ण मानता है।
ब्लेक ने कहा कि यह भारत के साथ वैश्विक सुरक्षा और स्थिरता के लिए मिलकर काम करने की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से है। (भाषा)