पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी इमरान फरहत और तौफिक उमर ने इंडियन क्रिकेट लीग (आईसीएल) के साथ जुड़ने के कारण पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के प्रतिबंध के फैसले के खिलाफ न्यायालय में अपील करने की घोषणा की है।
पाकिस्तान के समाचार-पत्र 'डान' के अनुसार फरहत और उमर ने कहा कि घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए हम पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय बिल्कुल गलत है क्योंकि यही हमारी रोजी-रोटी का जरिया है। हम इस मामले में जल्द ही न्यायालय का दरवाजा खटखटाएँगे और इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
उल्लेखनीय है कि दोनों खिलाड़ियों ने गत वर्ष दिसम्बर में दायर अपनी याचिका वापस ले ली थी, लेकिन पीसीबी के प्रतिबंध के बाद यह मामला फिर से गरमा गया है।
फरहत ने कहा कि हमने न्यायालय में एक याचिका दायर की थी, लेकिन पीसीबी के नरम रुख के मद्देनजर हमने उसे वापस ले लिया था। हालाँकि अब पीसीबी ने इस मामले पर पलटी मारी है, इसलिए हम अगले सप्ताह तक इस मामले में फिर से याचिका दायर करेंगे।
उन्होंने दावा किया कि आईसीएल में खेल चुके पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने इस मामले में उन्हें पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया है 1 उल्लेखनीय है कि पीसीबी द्वारा प्रतिबंधित छह खिलाड़ियों में इंजमाम भी शामिल हैं।
इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व मुख्य चयनकर्ता आमिर सोहेल ने यह कहते प्रतिबंधित खिलाड़ियों को अपने समर्थन की घोषणा की है कि आईसीएल के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करने के बाद भी पीसीबी ने इंजमाम को दक्षिण अफ्रीका के साथ टेस्ट खेलने के लिए बुलाया और अब वह भी प्रतिबंधित छह खिलाड़ियों में शामिल हैं।
पीसीबी ने फरहत और उमर के अलावा इंजमाम, अब्दुल रज्जाक,अजहर मेहमूद और शब्बीर अहमद पर आईसीएल में खेलने के कारण प्रतिबंध की घोषणा की है।