ऑस्ट्रेलिया ने भले ही लगातार तीसरा विश्व कप जीत लिया हो लेकिन जीत के खुमार में डूबने की बजाय क्रिकेट के इस महाकुंभ के नाटकीय तरीके से हुए अंत के बखान से ही अखबार पटे पड़े हैं।
सिडनी के 'डेली टेलीग्राफ' ने लिखा कि नौटंकी में जीत, जिसमें फाइनल मुकाबले के अंत में अधिकारियों के बीच उत्पन्न भ्रम का जिक्र किया है और साथ ही आखिरी तीन ओवर अंधेरे में खेले जाने की शिकायत भी की।
अखबार ने लिखा कि मैच समाप्त होने पर भ्रम की स्थिति बन गई और ऑस्ट्रेलियाई ने जीत से दस मिनट पर ही कप जीतने का जश्न मना लिया लेकिन बाद में उन्हें तीन और ओवर डालने पड़े। इससे टूर्नामेंट का अंतिम मुकाबला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 'हंसी का पात्र' बन गया।
आलोचनाएँ सिर्फ ब्रिजटाउन के केनसिंग्टन ओवल में हुए बारिश से बाधित मैच पर ही समाप्त नहीं हो गई, लेकिन इनका दौर पूरा टूर्नामेंट के दौरान चला जिससे यह लंबा और उबाऊ हो गया।
ऑस्ट्रेलियाई डेल ने संपादकीय पेज पर लिखा आयोजन में खामियाँ और लंबे कार्यक्रम के कारण 2007 विश्व कप क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो जाएगा।
साथ ही इस महाकुंभ में पाकिस्तानी टीम के कमजोर आयरलैंड से सनसनीखेज हार के बाद कोच बॉब वूल्मर की हत्या के काले बादल भी छा गए, जिसने क्रिकेट में मैच फिक्सिंग की अफवाहों को दोबारा से हवा दे दी।