पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि वह ज्योति बसु को इंग्लैंड में 1996 में उनकी शुरुआती टेस्ट श्रृंखला में दो शतक जमाने के लिए बधाई देने और उनकी शादी में शामिल होने के लिए हमेशा याद रखेंगे।
गांगुली ने कहा कि जिंदगी का अंत होना है और मौत शाश्वत सत्य है। जो आया है, वह जाएगा। यहाँ कोई तीसरा अंपायर नहीं है। हमने महान व्यक्ति खो दिया।
उन्होंने कहा कि मैं हमेशा उन्हें दो बातों के लिए याद रखूँगा। वह मेरी शादी में शरीक हुए थे और उन्होंने मुझे और डोना को बधाई दी थी। यही नहीं जब इंग्लैंड के खिलाफ मैंने अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला में दो शतक जमाए थे तो उन्होंने मुझे बधाई दी थी।
गांगुली ने एक बंगाली समाचार पत्र से कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार से मुझे सम्मानित किया था और उन्होंने मुझे ट्रॉफी सौंपी थी। वह अब भी मेरी अन्य ट्राफियों के साथ सजी हुई है। संयोग से बसु और गांगुली का जन्मदिन एक ही दिन आठ जुलाई को पड़ता है और दोनों ने सेंट जेवियर में पढ़ाई की। (भाषा)