ट्वेंटी-20 में पासा पलटने उतरेगा भारत
सिडनी , मंगलवार, 31 जनवरी 2012 (20:45 IST)
टेस्ट श्रृंखला में शर्मनाक हार के बाद भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ट्वेंटी-20 मैच में जीत से सीमित ओवरों के मैचों के साथ कामयाबी की राह पर लौटने के इरादे से उतरेगी। भारत को ऑस्ट्रलिया के खिलाफ पिछले हफ्ते टेस्ट मैचों की श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 0-4 से व्हाइटवॉश का सामना करना पड़ा था।
ऑस्ट्रेलिया के हाथों एडिलेड में पिछले हफ्ते टेस्ट में मिली शिकस्त भारत की विदेशी सरजमीं पर लगातार आठवीं हार थी। इससे पहले टीम इंग्लैंड में भी 0-4 से हार गई थी।लेकिन सीमित ओवरों के मैचों के लिए टीम में सुरेश रैना, मनोज तिवारी, प्रवीण कुमार, इरफान पठान, पार्थिव पटेल, रवींद्र जडेजा और राहुल शर्मा को जगह मिली है और नए खिलाड़ियों के आने से महेंद्र सिंह धोनी को दो ट्वेंटी-20 मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में भाग्य बदलने की उम्मीद होगी।भारत का कागज पर मजबूत दिखने वाला बल्लेबाजी क्रम टेस्ट श्रृंखला में कई मौकों पर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया था, जिससे ट्वेंटी-20 मैच में युवाओं से काफी उम्मीद होगी।टेस्ट श्रृंखला के हार के बाद टीम में प्रत्येक स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा है। वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की सलामी जोड़ी टेस्ट श्रृंखला में टीम को अच्छी शुरुआत दिलाने में नाकाम रही।कप्तान धोनी भी बल्लेबाजी में अपने पुराने प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहे जबकि उनकी कप्तानी भी प्रभावशाली नहीं दिखी।फिलहाल अंतिम एकादश में धोनी, गंभीर और सहवाग की जगह का कोई खतरा नहीं है, लेकिन इस तिकड़ी को पता है कि उन्हें अच्छा प्रदर्शन करना होगा या फिर मनोज तिवारी और पार्थिव पटेल जैसे खिलाड़ियों के लिए जगह बनानी होगी जो मौके का इंतजार कर रहे हैं। पूरी टेस्ट श्रृंखला में दौरान दर्शक बने रहे प्रतिभावान रोहित शर्मा को अंतत: पहले टी-20 मैच में मैदान पर उतरने का मौका मिल सकता है। रोहित के अलावा मध्यक्रम में रैना, विराट कोहली और धोनी होंगे जबकि रवींद्र जडेजा आलराउंडर की भूमिका में उतरेंगे।भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई जहीर खान करेंगे। उमेश यादव और प्रवीण कुमार उनका साथ निभा सकते हैं। बल्लेबाजी करने की क्षमता और ऑस्ट्रेलियाई हालात में खेलने के अनुभव के कारण इरफान पठान को भी मौका मिल सकता है।ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के स्पिन गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करने की संभावना है जबकि जडेजा उनका साथ निभाएंगे।ट्वेंटी-20 में हालांकि भारत का रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है। भारत को इंग्लैंड और वेस्टइंडीज में लगातार दो ट्वेंटी-20 विश्व कप के सुपर लीग चरण में लगातार तीन मैचों में शिकस्त का सामना करना पड़ा था और उछाल लेती गेंदों के खिलाफ उसके बल्लेबाजों की परेशानी जगजाहिर है।कई स्टार बल्लेबाज टीम में होने के बावजूद टीम कई मौकों पर आलआउट हुई है। भारत के लिए हालांकि यह राहत की खबर होगी कि जार्ज बेली की अगुआई वाली ऑस्ट्रेलियाई ट्वेंटी-20 टीम में तूफानी तेज गेंदबाज नहीं हैं।टीम में पीटर सिडल, बेन हिल्फेंहास और रेयान हैरिस नहीं है। तेज गेंदबाजी विभाग में एकमात्र बड़ा नाम ब्रेट ली हैं जो काफी समय पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं।युवा जेम्स फाल्कनर तस्मानिया के अच्छे आलराउंडर हैं जो बाएं हाथ के तेज गेंदबाज भी हैं। टीम को डेनियल क्रिस्टियन और क्लाइंट मैकाय से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। इन दोनों ने हाल में बिग बैश लीग में अच्छा प्रदर्शन किया।ऑस्ट्रेलिया का सबसे मजबूत पक्ष यह होगा कि उसके अधिकांश खिलाड़ी दोहरी भूमिका निभा सकते हैं।खराब फॉर्म से जूझ रहे शान मार्श को अंतिम मौका मिल सकता है। टेस्ट श्रृंखला में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें वनडे टीम में जगह नहीं मिली है।शान के भाई तेज गेंदबाज मिशेल मार्श के भी पहले टी-20 मैच में खेलने की उम्मीद हैं और अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से वह बेली को आलराउंड विकल्प मुहैया करा सकते हैं।
टीमें इस प्रकार हैं-
भारत- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, पार्थिव पटेल, राहुल शर्मा, जहीर खान, रविचंद्रन अश्विन, उमेश यादव, प्रवीण कुमार, विनय कुमार, इरफान पठान, रवींद्र जडेजा और मनोज तिवारी।ऑस्ट्रेलिया- जॉर्ज बेली (कप्तान), डेविड वॉर्नर, ट्रेविस बिर्ट, डेनियल क्रिस्टियन, जेवियर डोहर्टी, जेम्स फाल्कनर, आरोन फिंच, डेविड हसी, ब्रेट ली, क्लाइंट मैकाय, मिशेल मार्श, शान मार्श, मैथ्यू वाडे और ब्रेड हाग। (भाषा)