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भारत को भारी पड़ा सहवाग का घमंड

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चटगाँव , रविवार, 17 जनवरी 2010 (20:44 IST)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी भी टीम को मैच से पहले कमजोर आँकना एक बड़ी भूल माना जाता है और टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान वीरेन्द्र सहवाग को बांग्लादेश के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन आज इस बात का भलीभाँति अहसास हो गया होगा।

सहवाग ने मैच की पूर्व संध्या पर शनिवार को बडे दंभ के साथ कहा था कि बांग्लादेश बेशक वनडे में एक अच्छी टीम है लेकिन टेस्ट में वह कहीं ठहरती नहीं है और इसके लिए भारत से टेस्ट जीत पाना असंभव होगा।

सहवाग के गर्व से भरे इन शब्दों के 24 घंटे बाद ही बांग्लादेश ने सहवाग को यह अहसास दिला दिया है कि वह अपना आकलन निकालने में कितने गलत थे। भारत पहले दिन अपने आठ विकेट 213 पर गँवा चुका है। इस स्कोर को देखने के बाद यह यकीन कर पाना मुश्किल हो रहा है कि यही वह बल्लेबाजी है जिसने दुनिया की बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण के सामने बड़े-बड़े स्कोर खड़े किए हैं।

सहवाग के इन शब्दों पर बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने इतना कहा था कि भारतीय टीम से कहीं ज्यादा बेहतर ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की टीमें हैं। बांग्लादेशी कप्तान ने भारतीय पारी में चार विकेट लेकर यह भी साबित कर दिखाया कि बड़े-बड़े नाम होने से कोई भी उन्हें प्रभावित नहीं कर सकती है।

भारतीय पारी में हालाँकि सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने अर्धशतक बनाए लेकिन किसी भी बल्लेबाज को देखकर यह नहीं जा सकता कि वह बहुत विश्वसनीय ढंग से बांग्लादेशी गेंदबाजों का सामना कर रहा था। सहवाग खुद अपना अर्द्धशतक पूरा करने के बाद बांग्लादेशी गेंदबाजों के जाल में फंस गए और विशेष रूप से शाट मिडऑफ पर तैनात किए गए क्षेत्ररक्षक के हाथों में सीधा कैच थमा बैठे।

कल्पना कीजिए कि यदि 16 रन के निजी स्कोर पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर का सीधा कैच यदि पहली स्लिप में लपक लिया गया होता तो भारत की क्या दुर्दशा होती। शायद भारत 150 रन भी पूरे नहीं कर पाता। यह तो भला हो सचिन का जिन्होंने इस जीवनदान का फायदा उठाकर खेल खत्म होने तक नाबाद 76 रन बना लिए थे और भारत को 200 के पार पहुँचा दिया था।

अपने इस स्कोर से कुछ पहले सचिन ने एक ऊंचा शाट खेल लिया था लेकिन गेंद तीन फील्डरों के बीच में गिर गई थी। सहवाग के शब्दों से प्रेरणा लेते हुए बांग्लादेश के गेंदबाजों और फील्डरों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और टीम इंडिया को उसी के शब्दों में करारा जवाब दिया।

भारत और बांग्लादेश के बीच 2000-01 में जब पहला टेस्ट खेला गया था तब बांग्लादेश ने पहली पारी में 400 रन का स्कोर खड़ा किया था। हालाँकि भारत ने वह टेस्ट नौ विकेट से जीता था। मौजूदा टेस्ट में भी भारत वापसी कर सकता है। सचिन अभी क्रीज पर हैं और वह भारतीय स्कोर को 250 से 300 के बीच ले जा सकते हैं।

इस टेस्ट में ऊँट कहीं भी करवट बदल सकता है लेकिन पहले दिन नि:संदेह बांग्लादेश का पलड़ा भारी रहा है और ड्रेसिंग रूम में बैठे सहवाग वाकई यह सोच रहे होंगे कि आखिर उन्होंने बांग्लादेश के सामने ऐसा चैलेंज क्यों रख दिया था। (वार्ता)

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