पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व अध्यक्ष शहरयार खान ने अपने आलोचकों पर बरसते हुए कहा है कि उन्होंने इंजमाम उल हक को 'तानाशाह' नहीं बनाया और ओवल टेस्ट विवाद के लिए अम्पायर डैरेल हेयर ही जिम्मेदार थे।
शहरयार ने समाचार पत्र 'डान' से बातचीत करते हुए प्रदर्शन आकलन समिति (पीईसी) की विश्व कप में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन पर रिपोर्ट की आलोचना की ओर कहा पीईसी ने मेरे कार्यकाल की समीक्षा की और मेरी आलोचना की, लेकिन उसका यह दावा कि मैनें इंजमाम को तानाशाह बनाया है, पूरी तरह गलत है।
पूर्व टेस्ट क्रिके टर एजाज बट्ट के नेतृत्व वाली पीईसी ने वेस्टइंडीज में हुए विश्व कप में पाकिस्तानी टीम के निराशाजनक प्रदर्शन पर इस महीने के शुरु में अपनी रिपोर्ट जारी की थी। इस समिति के दो अन्य सदस्य सलीम अलताफ और सलाहुद्दीन अहमद थे।
पीईसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि गत वर्ष ओवल टेस्ट विवाद में शहरयार के इंजमाम को अनावश्यक समर्थन ने उन्हें 'तानाशाह' बना दिया था जो पाकिस्तान के विश्व कप के पहले दौर में बाहर होने का एक कारण बना।
शहरयार का महसूस करना है कि इंजमाम को तो बस शिकार बनाया गया जबकि हेयर का 'अड़ियल' रवैया ही ओवल विवाद के लिए जिम्मेदार था।
उन्होंने कहा मेरी नजर में हेयर ही इस विवाद के लिए असली कसूरवार थे। इंजमाम ने अपनी गलती महसूस कर ली थी और वह खेलने को तैयार थे लेकिन हेयर खेल के रास्ते में अड़ गए।
शहरयार ने कहा कि इंजमाम तो हेयर द्वारा लगाए गए बॉल टेम्परिंग के आरोपों से सकते में आ गए थे, लेकिन मैंने और बॉब वूल्मर ने उन्हें खेलने के लिए मनाया। मगर तभी हेयर पाकिस्तान के ड्रेसिंग रुम में आए और कड़े शब्दों में इंजमाम को धमकी दी कि यदि वह बाहर नहीं आए तो उन पर पेनल्टी लगेगी।
उन्होंने दावा किया कि यह हेयर ही थे, जिन्होंने खेल शुरु करने के एकमत निर्णय को स्वीकार करने से इन्कार कर दिया जो दोनों टीमों के कप्तानों और कोचों तथा बोर्डो के अध्यक्षों और चारों अम्पायरों की बैठक मे लिया गया था।
शहरयार ने यह भी कहा कि अडियल हेयर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के मुख्य कार्यकारी मैल्कम स्पीड की मैच शुरु करने की सलाह को भी मानने से इंकार कर दिया था।
उन्होंने कहा कि स्पीड ने दो बार हेयर को मनाने की कोशिश की, लेकिन उनके अड़ियल रवैये के कारण स्पीड के प्रयास नाकाम रहे।