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मैग्राथ के जानदार कॅरियर का शानदार अंत

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ब्रिजटाउन, बारबडोस (भाषा) , सोमवार, 4 जून 2007 (05:53 IST)
अर्जुन की तरह चिड़िया की आँख को भेदती अपनी सटीक गेंदबाजी के दम पर पिछले पंद्रह बरस में दुनिया भर के बल्लेबाजों के लिए आतंक का पर्याय रहे ग्लेन मैग्राथ ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीसरा विश्व कप दिलाकर एक शहंशाह की तरह क्रिकेट को अलविदा कहा।

विश्व कप से जहाँ कई खिलाड़ियों ने टूटे दिल के साथ अश्रुपूर्ण विदाई ली वहीं 37 वर्षीय मैग्राथ ने श्रीलंका पर 53 रन की जीत के साथ टीम को लगातार तीसरी बार खिताब जिताकर 15 वर्ष के अपने लंबे कॅरियर को अंजाम तक पहुँचाया।

मैग्राथ ने एक विश्व कप में सर्वाधिक 26 विकेट चटकाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह अब तक चार विश्व कप में हिस्सा लेकर 71 विकेट झटक चुके हैं और उन्होंने पाकिस्तान के तेज गेंदबाज वसीम अकरम का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने तीन बार इस शीर्ष प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हुए 55 विकेट चटकाए थे।

उन्होंने अपने कॅरियर के शीर्ष पर रहते हुए क्रिकेट को अलविदा कहा। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान की तरह मैग्राथ ने भी अपनी टीम के क्रिकेट महाकुंभ में खिताब जीतने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

ऑस्ट्रेलिया की ओर से मैग्राथ ने 250 एकदिवसीय मैच में 22 रन से कुछ अधिक की औसत से 381 विकेट लिए और वह उन पाँच खिलाड़ियों में शुमार हैं जिन्होंने अपने कॅरियर में 900 रेटिंग प्वाइंट का आँकड़ा छुआ।

मार्च 2002 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सात एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के दौरान इस तेज गेंदबाज के 903 रेटिंग प्वाइंट थे।

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