Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

लारा को सताई टेस्ट मैचों की चिंता

हमें फॉलो करें लारा को सताई टेस्ट मैचों की चिंता
ब्रिजटाउन। , रविवार, 3 जून 2007 (21:50 IST)
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद लारा ने अपना पहला दिन टेस्ट और प्रथम श्रेणी मैचों के भविष्य पर चिंतन-मनन में बिताया और अब उनका मकसद फटाफट क्रिकेट की आँधी में इन पारंपरिक स्वरूपों का बचाव करना होगा।

वेस्टइंडीज के 37 वर्षीय लारा ने इंग्लैंड के हाथों विश्व कप में टीम के आखिरी मैच के बाद खेल से अश्रुपूरित विदा ली।

अब उनका लक्ष्य अति व्यस्त वन-डे कैलेंडर और सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले ट्वंटी-20 विश्व कप के बीच टेस्ट क्रिकेट का बचाव करना है। सीमित ओवरों के मैचों की बढ़ती तादाद के बारे में पूछने पर लारा ने कहा आप उस इंसान से पूछ रहे हैं, जिसके लिए टेस्ट क्रिकेट से बढ़कर कुछ नहीं है।

उन्होंने कहा आप क्रिकेट के लघुतम स्वरूप तक पहुँच जाएँ और कहें कि अगले कुछ साल में इसी का दबदबा होगा तो मेरे लिए यह कहना मुश्किल होगा। मैं उम्मीद करता हूँ कि ऐसा नहीं हो। मैं वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट में इतनी भीड़ देखना चाहता हूँ।

लारा का इशारा अपने आखिरी मैच के दौरान केनसिंग्टन ओवल मैदान पर उमड़े 22 हजार 500 दर्शकों की ओर था। एशेज श्रृंखला या भारत, पाकिस्तान श्रृंखला को छोड़कर टेस्ट मैचों में लोगों की घटती रूचि ने लारा को आहत किया है।

उन्होंने कहा अब ट्वंटी-20 क्रिकेट भी शुरू हो गया है, जो महज तीन घंटे का होता है और लोगों को पसंद भी आ रहा है। इससे वे दर्शक भी मैदान पर आ रहे हैं जिन्होंने पहले कभी क्रिकेट नहीं देखा। लारा ने कहा लेकिन मैं उम्मीद करता हूँ कि इसकी वजह से हम खेल के किसी स्वरूप को खो नहीं देंगे। चाहे वह वन-डे क्रिकेट हो या टेस्ट।

वारविकशायर के लिए काउंटी क्रिकेट खेल चुके लारा ने इस उम्र में भी काउंटी में वापसी की संभावना से इंकार नहीं किया। उन्होंने कहा मैं जानता हूँ कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट प्रभावित हुआ है। काउंटी में भी कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी नहीं खेल रहे है। लारा ने कहा मैं प्रथम श्रेणी क्रिकेट के स्तर में सुधार देखना चाहता हूँ। इसे और प्रतिस्पर्धी तथा आकर्षक बनाए जाने की जरूरत है।

इसके बावजूद लारा ने लगातार अच्छा खेलने के लिए विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया की तारीफ की जो लगातार तीसरा खिताब जीतने की कोशिशों में जुटी है। उन्होंने कहा ऑस्ट्रेलिया ने वाकई खेल पर पकड़ बना रखी है चाहे वह टेस्ट हो या वन-डे। उन्होंने नए मानक तय किए हैं। कइयों ने उन्हें शीर्ष से हटाने की कोशिश की पर कामयाब नहीं हो।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi