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विश्वकप में अलग मानसिकता: प्रसन्ना

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नई दिल्ली (वार्ता) , शुक्रवार, 22 मई 2009 (17:48 IST)
भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर इरापल्ली प्रसन्ना ने कहा है अगले महीने इंग्लैंड में होने वाले ट्‍वेंटी-20 क्रिकेट विश्वकप में खिलाड़ियों को आईपीएल से हटकर अलग मानसिकता के साथ मैदान में उतरना होगा।

प्रसन्ना ने कहा कि आईपीएल और ट्‍वेंटी-20 विश्वकप दो अलग अलग चीज है और फिर विश्वकप एक अलग माहौल और अलग देश में खेला जाएगा। भले ही दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे आईपीएल टूर्नामेंट में स्पिनरों को काफी सफलता मिली हो, लेकिन इंग्लैंड में ऐसा नहीं होने वाला है।

उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में मौसम तेज गेंदबाजों के अनुकूल होता है। ऐसे में वहाँ स्पिनरों की बहुत ज्यादा भूमिका नहीं रह जाएगी। स्पिनरों को यहाँ खुद को परिस्थितियों से तालमेल बैठाना होगा।

प्रसन्ना ने खेल वेबसाइट कि केटनेक्सट डॉट कॉम से कहा कि दक्षिण अफ्रीका की मददगार विकेटों पर स्पिनरों के विकेट हासिल करने की संभावना 50-50 फीसदी की होती है, लेकिन इंग्लैंड में स्पिनरों को इतनी सफलता नहीं मिल सकती है। हालाँकि उन्होंने इसके साथ ही कहा कि इसका यह मतलब नहीं कि इंग्लैंड में स्पिनरों की कोई भूमिका ही नहीं होगी।

प्रसन्ना के अनुसार मेरा कहने का मतलब है कि इंग्लैंड में स्पिनरों की भूमिका उनके वेरिएशन पर निर्भर करेगी। तेज गेंद फेंकने वाले स्पिनर बल्लेबाजों को रोकने में सफल हो सकते हैं, लेकिन यह सब उनकी क्षमता पर निर्भर करता है।

69 वर्षीय प्रसन्ना ने कहा कि आमतौर पर ट्‍वेंटी-20 मैच में बल्लेबाज हर गेंद पर हिट लगाना चाहते हैं। ऐसे में स्पिनरों के लिए बल्लेबाजों को आउट करने का अच्छा मौका मिल सकता है, क्योंकि अगर कोई भी गेंद मिस हिट हुई तो बल्लेबाज के लिए बहुत मुश्किल होगी।

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