गत वर्ष डोपिंग के आरोपों में फँसे तेज गेंदबाज शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में होने पहले ट्वंटी-20 विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट से पहले पीसीबी की ओर से कराए गए डोप टेस्ट में खरे पाए गए हैं।
एक क्रिकेट वेबसाइट के मुताबिक पाकिस्तान के संवाद निदेशक अहसान मलिक ने शनिवार को कहा कि अख्तर और आसिफ विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) से मान्यता प्राप्त मलेशिया की एक लेबोरेटरी से डोप टेस्ट पास करने वाले 26 खिलाड़ियों में शामिल हैं। हमने लैबोरेटरी से रिपोर्टों को तत्काल उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
पीसीबी ने ट्वंटी-20 विश्वकप के लिए शिविर में शामिल होने वाले अपने सभी खिलाड़ियों का ऐहतियात के तौर पर पहले ही डोप टेस्ट कराने का फैसला किया था, लेकिन सभी की नजर अख्तर और आसिफ के टेस्ट पर लगी हुई थी।
इन दोनों को गत वर्ष नेंड्रोलोन के सेवन के आरोप में पीसीबी द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था, लेकिन बाद में पीसीबी की ही एक अपील समिति ने दोनों को आरोप से बरी कर दिया था। समिति के इस फैसले के खिलाफ वाडा ने खेल मध्यस्थता अदालत का भी दरवाजा खटखटाया था पर अदालत ने अपनी आधिकारिता की सीमा का हवाला देते हुए वाडा की अपील खारिज कर दी थी।
मलिक ने बताया कि इस समय काउंटी क्रिकेट खेल रहे यूनुस खान, दानिश कनेरिया और यासिर अराफात का इंग्लैंड में टेस्ट कर जाँच के लिए नमूनों को उसी लैब में भेज दिया गया, जहाँ बाकी खिलाड़ियों के नमूनों की जाँच हुई है।
डोप टेस्टों के बाद अब पाकिस्तान ट्वंटी-20 कप के लिए अगले सप्ताह अपनी टीम की घोषणा कर सकता है।