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श्रीलंका को बदला चुकाने का मौका

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नई दिल्ली (भाषा) , सोमवार, 4 जून 2007 (07:01 IST)
ऑस्ट्रेलियाई विजय रथ को रोकने में नाकाम रहे श्रीलंका को विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट फाइनल की हार का बदला चुकाने का मौका इसी साल मिल जाएगा।

श्रीलंका नवंबर में दो टेस्ट मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगा और निश्चित तौर पर तब वह विश्व चैंपियन को उसी की सरजमीं पर मात देने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।

इन दोनों टीमों के बीच 8 नवंबर से ब्रिस्बेन में जब पहला टेस्ट मैच शुरू होगा, तब श्रीलंकाई खिलाड़ियों के दिमाग में 28 अप्रैल को ब्रिजटाउन में खेले गए विश्व कप फाइनल की तस्वीर तैर रही होगी। दूसरा टेस्ट मैच 16 नवंबर से होबार्ट में खेला जाएगा।

श्रीलंका इसके बाद अगले साल 1 फरवरी से 7 मार्च तक चलने वाली कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज खेलने के लिए भी ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाएगा, जिसमें तीसरी टीम भारत की होगी।

माहेला जयवर्द्धने की टीम के पास यहाँ रिकी पोंटिंग की टीम को झटका देने का बेहतरीन मौका मिलेगा। इस श्रृंखला के लीग चरण में प्रत्येक टीम एक दूसरे से पाँच-पाँच मैच खेलेगी।

ऑस्ट्रेलिया ने पिछले तीन विश्व कप के फाइनल में भारतीय उप-महाद्वीप की टीमों को हराकर खिताब जीता। उप-महाद्वीप की टीमों की चुनौती उसे अन्य टीमों की तुलना में आगे भी काफी झेलनी होगी।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के अगले डेढ़ साल के कार्यक्रम के अनुसार ऑस्ट्रेलिया को इस बीच भारत से आठ टेस्ट और लगभग 12 एकदिवसीय मैच खेलने होंगे।

श्रीलंका से जहाँ वह दो टेस्ट और लगभग पाँच एकदिवसीय में भिड़ेगा, वहीं पाकिस्तान से वह तीन टेस्ट और पाँच एकदिवसीय मैच खेलेगा। यही नहीं, उसे दो टेस्ट और तीन एकदिवसीय में बांग्लादेश का सामना भी करना होगा।

इस बीच सितंबर में दक्षिण अफ्रीका में ट्वंटी-20 विश्व चैंपियनशिप खेली जाएगी जिसमें ऑस्ट्रेलिया को मुख्य चुनौती भारतीय उपमहाद्वीप की टीमों से ही मिलेगी। भारतीय टीम को अगले डेढ़ साल में ऑस्ट्रेलियाई किले में सेंध लगाने के कई मौके मिलेंगे।

लेकिन चुनौती आसान नहीं है और इसके लिए टीम को अभी से तैयारी करनी होगी। ऑस्ट्रेलिया की टीम इस साल अक्टूबर में सात एकदिवसीय मैच खेलने के लिये भारतीय दौरे पर आएगी। इस श्रृंखला की अभी तिथियाँ घोषित नहीं हुई हैं।

भारतीय टीम साल के अंत में दिसंबर से ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर जाएगी, जिसमें पहला टेस्ट मैच 26 दिसंबर 'बॉक्सिंग-डे' से मेलबोर्न में खेला जाएगा। इसके बाद 2 से 6 जनवरी के बीच सिडनी में दूसरा, 16 से 20 जनवरी के बीच पर्थ में तीसरा तथा 24 से 28 जनवरी के बीच एडीलेड में चौथा एवं अंतिम टेस्ट मैच होगा। इसके बाद भारतीय टीम त्रिकोणीय श्रृंखला में कम से कम पाँच वन-डे में तो ऑस्ट्रेलियाई टीम से भिड़ेगी।

ऑस्ट्रेलिया की टीम इसके बदले में अक्तूबर 2008 में चार टेस्ट मैच खेलने के लिए भारत दौरे पर आएगी, लेकिन इससे पहले वह फरवरी में पाकिस्तान में खेलने का अनुभव हासिल करेगी। ऑस्ट्रेलिया की टीम फरवरी-मार्च में होने वाले इस दौरे में पाकिस्तान के साथ तीन टेस्ट और पाँच एकदिववीय मैच खेलेगी।

ऑस्ट्रेलिया को इस बीच उप-महाद्वीप की सबसे कमजोर टीम बांग्लादेश का सामना भी करना होगा। बांग्लादेश की टीम जुलाई 2008 में दो टेस्ट और तीन एकदिवसीय मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया जाएगी।

लगातार तीसरा और कुल चौथा विश्व खिताब जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया को हालाँकि पहली चुनौती कमजोर जिम्बॉब्वे से मिलेगी। वैसे अभी ऑस्ट्रेलियाई सरकार यह तय नहीं कर पाई है कि उसकी टीम को जून में होने वाले दौरे के लिए जिम्बॉब्वे जाना चाहिए या नहीं।

श्रीलंका से नवंबर में दो टेस्ट मैच खेलने के बाद ऑस्ट्रेलिया अपने पड़ोसी न्यूजीलैंड से तीन एकदिवसीय मैचों की चैपल-हैडली श्रृंखला में भी भिड़ेगा तथा पाकिस्तान दौरे के बाद अप्रैल 2008 में पोंटिंग की टीम फिर से कैरेबियाई देशों में दिखेगी, जहाँ उसे चार टेस्ट और पाँच एकदिवसीय मैच खेलने हैं।

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