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सचिन आलोचकों पर बरसे

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हमें फॉलो करें सचिन तेंडुलकर भारतीय क्रिकेटर
सिडनी (भाषा) , रविवार, 2 मार्च 2008 (22:05 IST)
दर्द को भुलाकर अपने 18 साल के करियर में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर शतक जड़ने वाले सचिन तेंडुलकर ने अपने आलोचकों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वह उन टिप्पणियों से प्रभावित नहीं होते, जिनका कोई मतलब नहीं होता।

तेंडुलकर ने नाबाद 117 रन की पारी खेली, जिससे भारत बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स में 1-0 की बढ़त बनाने में कामयाब रहा। तेंडुलकर ने कहा कि इनमें से कई लोग खुद ऐसा नहीं कर पाए और अब वे बाते कर रहे हैं तो उन्हें करने दो।

उन्होंने कहा कि जो लोग लिख रहे हैं कि मैं उन लोगों की विश्वसनीयता देखता हूँ। मैं केवल उन लोगों की बात सुनता है, जो मेरे लिए मायने रखते हैं। वे फोन करके मुझसे बात करते हैं। तेंडुलकर ने कहा कि वह शतक बनाने से बहुत खुश हैं, क्योंकि इससे टीम जीत दर्ज करने में सफल रही।

उन्होंने भारत की छह विकेट की जीत के बाद कहा कि पिछली श्रृंखला में कुछ अवसरों पर मैं शतक से चूक गया। इसके अलावा मैं जाँघ की माँसपेशियों में खिंचाव से भी जूझ रहा था, लेकिन यह खेल का हिस्सा हैं और किसी को भी इनके साथ आगे बढ़ना होता है। मैं इस शतक को अहम दर्जा दूँगा क्योंकि यह विशेष मौके पर बना।

तेंडुलकर ने इसके साथ ही माँसपेशियों में खिंचाव और ब्रेट ली के बीमर पर भी बात की। उन्होंने कहा कि मेरी जाँघ की माँसपेशियों में खिंचाव आ गया था, जिससे चलने में मुझे परेशानी हो रही थी। थकान के कारण मुझे थोड़ी परेशानी हो रही थी।

उन्होंने कहा कि जहाँ तक बीमर का सवाल है मैं ब्रेट को अच्छी तरह से जानता हूँ। उसने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। मैंने मजाक में उससे कहा कि जब वह आईपीएल में खेलने के लिए आएगा तो उसे मेरे बेटे के बीमर का सामना करना पड़ेगा, जो उसका बहुत बड़ा प्रशंसक हैं। निश्चित तौर पर उसको लेकर मेरे मन में कोई गलत भावना नहीं है।

तेंडुलकर ने कहा कि उनकी पारी के साथ रोहित शर्मा के साथ उनकी भागीदारी भी महत्वपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि मैंने उसके (रोहित) के साथ कुछ मैच खेले, लेकिन पहली बार हमने इतनी बड़ी साझेदारी की। वह बहुत शांतचित्त होकर सधी हुई बल्लेबाजी करता है, जो उसका मजबूत पक्ष है। उसने अपना जज्बा दिखाया और कई तरह के शॉट जमाए। उसका शॉट चयन भी बहुत अच्छा था। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि उसका भविष्य उज्ज्वल है।

तेंडुलकर ने महेंद्रसिंह धोनी की कप्तानी के बारे में कहा कि वे शानदार भूमिका निभा रहें है और इसमें कोई संदेह नहीं है। हम सब उनकी कप्तानी में खेलने का लुत्फ उठा रहे हैं।

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