Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

मौसम बड़ा बेईमान है

हमें फॉलो करें मौसम बड़ा बेईमान है
करिश्माई फुटबॉलर जिनेडिन जिडान की तरह फ्रांसीसी लोगों की चहेती रही 'जलपरी' लोरे मनाओ पर यदि इश्क का भूत सवार नहीं होता तो वह बीजिंग ओलिम्पिक में तरणताल में 200 मीटर फ्रीस्टाइल में पदक की प्रबल दावेदार होतीं।

लोरे महिला वर्ग की 200 मीटर फ्रीस्टाइल में विश्व रिकॉर्ड के बावजूद बीजिंग ओलिम्पिक में इस स्पर्धा में शिरकत नहीं कर पाएँगी। वह हालाँकि 400 मीटर फ्रीस्टाइल, 100 मीटर और 200 मीटर बैकस्ट्रोक के अलावा चार गुणा 100 मीटर मैडले रिले में शिरकत करेंगी।

फ्रांस की यह खूबसूरत तैराक 2004 एथेंस ओलिम्पिक में 52 वर्ष में फ्रांस को 400 मी फ्रीस्टाइल तैराकी से स्वर्ण पदक दिलाने वाली पहली महिला बनी थीं। फ्रांस की तरफ से 1952 में हेलसिंकी ओलिम्पिक में 400 मीटर फ्रीस्टाइल में जीन बोएटो ही पदक जीत पाए थे। इसके बाद फ्रांस की तरफ से कोई भी पुरुष या महिला तैराकी में स्वर्ण पदक नहीं हासिल कर सका।

यहीं से वह देश की लोकप्रिय बन गई थी लेकिन 2007 में मेलबोर्न में हुई विश्व चैम्पियनशिप के दौरान इटली के पुरुष तैराक लुका मैरिन से रोमांस की खबरों ने उनके करियर पर असर दिखाना शुरू किया। इस चैम्पियनशिप के बाद लोरे ने मैरिन के लिए अपने कोच फिलिप लुकास को छोड़ने का फैसला किया। वह उन्हें 14 वर्ष की उम्र से कोचिंग दे रहे थे और उन्हें चैम्पियन बनाकर इस मुकाम तक पहुँचाया था।

लोरे ने कोच को छोड़कर मैरिन के साथ तुरिन में ट्रेनिंग करने का फैसला किया जो उनके करियर के लिए नुकसानदायी साबित हुआ, लेकिन उनका यह अफेयर टूट गया। दिसंबर 2007 में हंगरी में हुई विश्व चैम्पियनशिप के दौरान उन्हें एक अँगूठी मैरिन पर फेंकते हुए देखा गया। इस चैम्पियनशिप में उन्होंने 400 मीटर फ्रीस्टाइल और 100 मीटर बैकस्ट्रोक में स्वर्ण पदक जीता था।

इसके बाद दोनों के बीच सार्वजनिक तौर पर झगड़ा हुआ। इसके कुछ घंटे बाद लोरे ने फ्रांस के बैकस्ट्रोक तैराक बेंजामिन स्टासिलुई से रिश्ते का खुलासा किया तभी इस समय उनके अश्लील फोटो और वीडियो भी इंटरनेट पर दिखाए गए थे। यही उनके करियर का सबसे खतरनाक मोड़ साबित हुआ क्योंकि इसके बाद वह लोगों की प्रिय नहीं रह गई।

2008 फ्रेंच चैम्पियनशिप में उन्हें उसी 400 मीटर फ्रीस्टाइल में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा, जिसमें उन्हें महारत हासिल थी। इस स्पर्धा में भी उनके नाम विश्व रिकार्ड है। इसके बाद वह टीवी कैमरा के आगे रोने लगीं। तब उन्होंने कहा था कि वह मशीन नहीं है और हर वक्त स्वर्ण पदक नहीं जीत सकती।

एथेंस ओलिम्पिक के एक साल बाद उन्होंने मांट्रियल में विश्व चैम्पियनशिप की 400 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में अपने प्रदर्शन को दोहराते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया था।

मई 2006 में इस 18 वर्षीय ने फ्रैंच चैम्पियनशिप में जेनेट इवांस के विश्व रिकार्ड को पछाड़ते हुए करीब एक सेकेंड से नया रिकॉर्ड बनाया था। अगस्त में बुडापेस्ट में हुई यूरोपीय चैम्पियनशिप में उन्होंने इस स्पर्धा में फिर नया रिकार्ड बनाया था। इसमें उन्होंने चार खिताब जीते थे।

मेलबोर्न में हुई 2007 विश्व चैम्पियनशिप में उन्होंने 200 मीटर और 400 मीटर फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते थे और दोनों स्पर्धाओं में रिकॉर्ड बनाया।

आते ही उन्होंने समाचार दिया कि बरसात में कभी चप्पल पहन कर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि उससे उछलने वाले छींटों से पैंट या पाजामा गंदा हो जाता है, जैसे कि मेरा पाजामा गंदा हो चुका है । मैं हतप्रभ और दुखी हो कर पीछे पलटा और अपने पाजामे का मुआयना करने लगा । पांडे जी ने हमारी चप्पल को घटिया बताया और हमने भी पांडे जी का समर्थन किया ।

हमने बातचीत के विषय को बदला और प्लाजा में लगी हुयी भोजपुरी फिल्म की बात उठाई । पांडे जी ने बताया कि फिल्म हाऊसफुल जा रही है और टिकट का इंतजाम उन्होंने ब्लैक में किया था । हमने महसूस किया कि ब्लैक वाली बात पर उनका सीना कुछ ज्यादा ही फूल गया था और उनके शब्दों से रईसी टपकने लगी थी ।
  अब हम दोनों के कपड़े एक जैसे, एक ही रंग में, और एक जैसी गंध वाले हो गये थे । इन कपड़ों में हमारा स्वागत हमारी पत्नियों के सिवाय और कोई कर भी नहीं सकता था इसलिए हम घर की तरफ तेज चाल से चल दिए।      

इसी बीच एक लंबी कार हमारे बगल से सर्र से निकल गई जिसके पहियों से उछला कीचड़ हम दोनों के कपड़ों को तरबतर कर गया । पांडे जी ने उस लंबी कार वाले को गला फाड़ कर गरियाया और हमने उनका समर्थन किया । उस लंबी कार वाले का बहुत बहुत धन्यवाद जिसने समाजवाद का कीचड़ उछाल कर पांडे जी को मेरे स्तर तक पँहुचा दिया था।

अब हम दोनों के कपड़े एक जैसे, एक ही रंग में, और एक जैसी गंध वाले हो गये थे । इन कपड़ों में हमारा स्वागत हमारी पत्नियों के सिवाय और कोई कर भी नहीं सकता था इसलिए हम घर की तरफ तेज चाल से चल दिए।

हमारा गेटअप देख कर धर्मपत्नी ने आश्चर्य प्रकट किया। फिर संतोष की साँस ली बेसन सही सलामत देख कर । धर्मपत्नी ने आग्रह किया कि आप कपड़े बदल कर हाथ मुँह धो लें क्योंकि कीचड़ सिर्फ कपड़ों पर ही नहीं मुँह पर भी पड़ा है । इतना कह कर वे प्याज काटने चली गयीं और मैं गुसलखाने में हाथ-मुँह धोने चला गया । अब बस पकौडों का इंतजार था ।

मैं हाथ -मुँह धोकर, कपड़े बदल कर ड्राँइग रूम में बैठा पकौड़ों का इंतजार करने लगा । थोड़ी देर में पत्नी ने सूचना दी कि नमक भी घर में नहीं और अगर बिना नमक के पकौड़े नहीं खाने हैं तो जा कर दुकान से नमक भी ले आइए । हमारे लिये ये सूचना कतई सुखद नहीं थी क्योंकि हम उस प्रक्रिया को दोबारा नहीं भोगना चाहते थे।

बाहर पानी झमाझम बरस रहा था और मैं सोच रहा था कि ऐसी बरसात से जेठ की लू भली। इतना सब भोगने के बाद हमारा मिजाज काफी हद तक बिगड़ चुका था क्योंकि बिजली भी जा चुकी थी।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi