नीतीश का मनमोहन पर पलटवार
कहा- प्रधानमंत्री के प्रमाण-पत्र की जरूरत नहीं
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी धर्मनिरपेक्ष पहचान पर संदेह प्रकट करने के लिए सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री से धर्मनिरपेक्षता का प्रमाण-पत्र लेने की जरूरत नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे (सिंह) प्रधानमंत्री हैं। उन्हें धर्मनिरपेक्षता के विश्वविद्यालय के कुलपति की तरह व्यवहार नहीं करना चाहिए। वे धर्मनिरपेक्षता का प्रमाण-पत्र बाँट रहे हैं। मुझे उनके प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं है।
अपने धर्मनिरपेक्ष चरित्र के बारे में प्रधानमंत्री के बयान पर मुख्यमंत्री प्रतिक्रिया दे रहे थे। इससे पहले रविवार को लुधियाना में राजग की एक चुनाव सभा में नीतीश ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा किया था। प्रधानमंत्री का बयान इसी संबंध में था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता व्यक्तिगत विश्वास से संबंधित है। यह सरकार की गतिविधियों में झलकता है। न केवल बिहार की बल्कि भारत की जनता के समक्ष हमने अपनी क्षमता सिद्ध की है।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि नीतीश कुमार एक धर्मनिरपेक्ष नेता के रूप में उभर रहे हैं, लेकिन कल मोदी के साथ हाथ मिलाते हुए उन्हें देखकर मेरे दिमाग में संदेह पैदा हो गया है।