अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने देश के स्थायित्व और विकास के लिए भाजपा और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनाने का विचार सुझाया है। उन्होंने कहा कि देशहित में भाजपा और कांग्रेस गठबंधन सरकार की कोशिश क्यों नहीं हो सकती।
पटना साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ने वाले सिन्हा ने गठबंधन सरकार को आज के समय की जरूरत बताते हुए कहा कि पिछला अनुभव बताता है कि क्षेत्रीय पार्टियों के साथ कड़े मोलतौल के बाद बनी सरकार इसके कार्यकाल तक काफी डाँवाडोल स्थिति में रही।
सिन्हा ने कहा कि इस परिप्रेक्ष्य में भाजपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार स्थायी और कठिनाइयों से मुक्त होगी। अटलबिहारी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सिन्हा ने कहा मैं भाजपा-कांग्रेस सरकार बनाने का विचार दे रहा हूँ।
उन्होंने कहा कि विदेशों में कई उदाहरण हैं कि प्रमुख राजनीतिक दलों ने स्थायी सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाए।
यह पूछने पर कि गठबंधन सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, सिन्हा ने कहा कि जिस पार्टी के पास सबसे ज्यादा संख्या होगी, उसी का प्रधानमंत्री होना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि इस तरह की सरकार न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर आधारित होगी, जो देश की आर्थिक और विदेश नीति को ठीक तरीके से देख सकेगी।
यह पूछने पर कि मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी किस तरह से एक साथ आएँगे तो उन्होंने कहा राजनीति संभावनाओं की कला है।
उन्होंने कांग्रेस नेताओं से पूछा अगर आप वामपंथी पार्टियों, समाजवादी पार्टी के साथ कल्याणसिंह और मुस्लिम लीग का दरवाजा खटखटा सकते हैं तो इस गठबंधन में क्या बुराई है?
इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने से पहले दो बार बिहार से राज्यसभा सदस्य रहे सिन्हा ने कहा राजनीति में किसी को भी अछूत नहीं मानना चाहिए।
भाजपा के मुख्य रणनीतिकार सुधींद्र कुलकर्णी ने पिछले हफ्ते एक टीवी परिचर्चा में कहा था कि उनकी पार्टी कांग्रेस को राजनीतिक तौर पर अछूत नहीं मानती।