मुख्यमंत्री ने चुपचाप भ्रमण किया शहर का
चेकिंग के नाम वसूली करते उपनिरीक्षक को पकड़ा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के राजधानी भोपाल में गुपचुप तरीके से विभिन्न व्यवस्थाओं के निरीक्षण के उद्देश्य से किए गए दौरे के बाद अब पुलिस और प्रशासनिक व्यवस्थाओं में कसावट लाने की कवायद शुरू हो गई है।
चौहान शनिवार की रात्रि में अचानक निजी वाहन से निकले और लगभग ढाई घंटे तक शहर के विभिन्न इलाकों का दौरा किया। इस दौरान वे जगह-जगह रुके और कार के अंदर से ही विभिन्न व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने भ्रमण की जानकारी गोपनीय रखी और इसकी पुलिस अधिकारियों तक को भनक नहीं लगी। उनके सुरक्षा कर्मचारी भी निजी वाहन में पीछे-पीछे चल रहे थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस दौरान यहाँ लिंक रोड क्रमांक एक पर मुख्यमंत्री ने देखा कि एक पुलिस अधिकारी वाहन चेकिंग के नाम पर लोगों को परेशान करते हुए उनसे पैसे वसूल रहा था। वह धनराशि लेने के बाद अपनी टोपी के नीचे रख रहा था। उसकी पहचान सहायक उपनिरीक्षक विजय दोहरे के रूप में हुई जिसे कल तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि चौहान ने देर रात्रि संभागायुक्त पुखराज मारू, पुलिस महानिरीक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव और अन्य प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को बुलाकर और खामियों के बारे में उन्हें बताते हुए इन्हें तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही एक सरकारी अधिकारी के निजी वाहन पर पीली बत्ती लगी पाए जाने पर उसके खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में प्रशासनिक व्यवस्थाओं में सुधार लाने और आम जनता को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं करने के निर्देश देते हुए कहा कि कानून का पालन नहीं करने वाले दोषियों को बख्शा नहीं जाए और नागरिकों से दुर्व्यवहार नहीं किया जाए।