आँगनवाड़ियों में आने वाले बच्चों को नर्सरी कक्षा से जोड़ने की कवायद जिले की जावद तहसील में प्रारंभ हो गई है। इस बारे में मुख्यमंत्री तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। यदि योजना का क्रियान्वयन ठीक रहा तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली आँगनवाड़ियों में कई बच्चे अपने बड़े भाई एवं बहन की अनुपस्थिति के कारण पहुँच नहीं पाते हैं। ऐसे में बच्चों को आँगनवाड़ी से सीधे शिक्षा से जोड़ने की दिशा में जावद तहसील में प्रयास प्रारंभ हो गए हैं। जहाँ निजी स्कूलों में संचालित प्री-नर्सरी एवं नर्सरी के समान ही आँगनवाड़ी को समीप के स्कूल में स्थानांतरित कर संचालित कर रहे हैं।
योजना के प्रथम चरण में स्कूलों के ऐसे भवन तलाश रहे हैं जिनमें आँगनवाड़ी संचालित हो सके। जिन स्कूलों में जगह नहीं है वहाँ पर कक्ष किराए पर लेकर यह कार्य करने के प्रयास जारी हैं।-निप्र
नीमच की जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी सुषमा भदौरिया ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन का मुख्य उद्देश्य बड़े भाई एवं बहन का छोटे बच्चे को सहारा मिलना और बच्चों में प्री-स्कूल के माहौल से परिचय कराना है।
मुख्यमंत्री को जावद प्रवास के दौरान योजना के बारे में अवगत करा दिया था। उन्होंने कानूनी रूप से आँगनवाड़ी एवं स्कूल को अलग-अलग रखने की बात कही है, लेकिन तकनीकी रूप से दोनों को एक स्थान पर संचालित कर शिक्षा के स्तर में सुधार की योजना है। इससे स्टाफ की कमी भी पूरी हो जाएगी।
नीमच के जावद तहसील के विधायक ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि आँगनवाड़ियों में आने वाले बच्चों को नर्सरी कक्षा से जोड़ने की कवायद जिले की जावद तहसील में प्रारंभ हो गई है। इस बारे में मुख्यमंत्री तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। यदि योजना का क्रियान्वयन ठीक रहा तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।-नईदुनिया