भाजपा ने सोमवार को कहा कि तमिलनाडु सरकार ने सत्ता में बने रहने का संवैधानिक अधिकार खो दिया है। सत्तारूढ़ द्रमुक के बंद के आह्वान पर उच्चतम न्यायालय ने स्थगन दिया था, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश के कई हिस्सों में कामकाज नहीं हो सका।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथसिंह ने कहा कि तमिलनाडु संवैधानिक संकट की स्थिति का सामना कर रहा है। उसे सत्ता में बने रहने का भी कोई अधिकार नहीं है।
सिंह ने प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह से केन्द्रीय मंत्री टीआर बालू को भी बर्खास्त करने को कहा, जिन्होंने उच्चतम न्यायालय के निर्देशों की आलोचना की थी। चेन्नई में बालू ने न्यायपालिका की आलोचना करते हुए कहा था कि उसे सीमा के भीतर रहना चाहिए।
भाजपा ने कहा कि जनता दल एस को कर्नाटक में 20 महीने पहले हुए सत्ता हस्तांतरण समझौते का सम्मान करना चाहिए।