अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर स्वात घाटी में आतंकवादियों पर कहर बरपा रहे ड्रोन विमानों की सफलता को देखते हुए भारतीय सेना भी ऐसे ही शस्त्र अपने तरकश में शामिल करने पर सक्रियता से विचार कर रही है।
सेना के सूत्रों ने यहाँ संकेत दिया कि महू में मंगलवार से इन्फैंट्री कमांडरों के तीन दिन के सम्मेलन में अन्य मुद्दों के अलावा इस बारे में विशेष रूप से विचार-मंथन होने जा रहा है।
सेना के सूत्रों ने कहा कि सैन्य कमांडर बदली हुई भूराजनीतिक स्थिति और नए वातावरण के हिसाब से नई टेक्नोलॉजी अपनाने पर विचार करेंगे। इस बारे में अफगान-पाकिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में चल रही लड़ाई से सबक लिया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि सैन्य कमांडर भविष्य की चुनौतियों के हिसाब से सैन्य प्रशिक्षण में बदलाव लाने के बारे में भी विचार करेंगे, ताकि सूचना मिलने पर तुरंत पूरे रणक्षेत्र में कार्रवाई की जा सके। सम्मेलन में भविष्य की फायर पॉवर की भी समीक्षा की जाएगी।