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शेयर बाजार चाहता है ब्रेकआउट

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-कमल शर्म
भारतीय शेयर बाजार का सेंसेक्‍स नई ऊँचाई छूने का प्रयास कर रहा है, लेकिन उसके इस प्रयास को ऊँचे स्‍तर पर आने वाली मुनाफा वसूली रोक देती है। बीएसई सेंसेक्‍स जब तक 20280 अंक के स्‍तर को पार कर बंद नहीं होगा, इसके ब्रेकआउट होने के चांस नहीं है।

लंबी अवधि के निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है, लेकिन दैनिक कारोबार करने वाले निवेशकों को अगले पाँच से सात दिन सचेत रहना होगा और बीच-बीच में मुनाफा वसूली करते रहना चाहिए क्‍योंकि बाजार के एकतरफा चलने की गुंजाइश नहीं है। अमेरिकी फैड बैंक ने यदि ब्‍याज दर में कटौती नहीं भी की तो उन निवेशकों को कतई घबराने की जरूरत नहीं है जो यहाँ मध्‍यम से लंबे समय के लिए निवेश कर रहे हैं।

अमेरिकी अर्थव्‍यवस्‍था के मंदी की ओर मुड़ने के संकेत मिलने के बाद अमेरिका और यूरोप मिलकर इस मंदी से छुटकारा पाने के प्रयासों में लग गए हैं। अमेरिका ने आवास कर्ज पर मॉडगेज ब्‍याज पाँच वर्ष के लिए स्‍थगित कर दिया है। अब अमेरिकी फैड की 11 दिसंबर को बैठक है, जिसमें ब्‍याज दर के 0.25 से 0.50 फीसदी की घटाए जाने की उम्‍मीद है।

अमेरिका में निजी क्षेत्र में रोजगारी के आँकड़े आकर्षक आने से बाजारों को बल मिला है। यही वजह है कि अमेरिकी शेयर बाजारों में फिर से सुधार का रुझान देखने को मिल रहा है। लेकिन अमेरिकी फैड 11 दिसंबर को अपनी बैठक में यदि ब्‍याज दरें नहीं घटाता है तो भी भारतीय निवेशकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि एशिया में भारत लंबे समय तक आकर्षक बाजार बना रहेगा। वैसे भी दिसंबर से फरवरी तक शेयर बाजार में 40 फीसदी रिटर्न मिलता है जिससे विदेशी संस्‍थागत निवेशक यहाँ जमे रहेंगे।

हालाँकि इस महीने विदेशी संस्‍थागत निवेशकों की बिकवाली आने के नाम पर बाजार में उतार-चढ़ाव तेज रहेगा और क्रिसमस अवकाश से पहले यह गेम जोरदार ढंग से हो सकता है। ऐसे में निवेशकों को घबराने की जरुरत नहीं है और उन्‍हें अपने बेहतर स्‍टॉक नहीं बेचने चाहिए।

जनवरी में विदेशी और घरेलू फंड व निवेशक नए पैसे के साथ बाजार में उतरेंगे जिससे शेयर बाजार नई ऊँचाई की ओर पहुँच सकता है। जेपी मार्गेन के एशियन एवं उभरते इक्विटी रणनीतिकार प्रमुख एड्रियन मोवेट का कहना है कि भारतीय बाजार आकर्षक है।

वे कहते हैं कि अगले साल यह बाजार काफी मजबूत होगा। यहाँ अनेक नए निवेशक इक्विटी में निवेश करने के लिए आ रहे हैं। साथ ही बाजार में भारी भरकम घरेलू धन भी आ रहा है। वे कहते हैं‍ कि अमेरिकी फैड बैंक अपनी बैठक में ब्‍याज दर को घटाता है तो इसका फिलहाल बाजार पर कोई तगड़ा असर नहीं पड़ेगा। वे कहते हैं कि मुझे 2008 में फैड द्धारा 0.25 फीसदी ब्‍याज दर कटौती करने की उम्‍मीद है।

आज 10 दिसंबर से शुरू हो रहे नए सप्‍ताह में मुंबई शेयर बाजार यानी बीएसई का सेंसेक्‍स अपनी पिछली ऊँचाई को पार करने की कोशिश करेगा। निवेशक यह ध्‍यान रखें कि जब तक बीएसई सेंसेक्‍स 20280 अंक के स्‍तर से ऊपर बंद नहीं होगा इसमें ब्रेकआउट संभव नहीं है। लेकिन जब बीएसई सेंसेक्‍स 20563 अंक से ऊपर होगा तो यह 20893 अंक तक पहुँच सकता है। स्‍पोर्ट 19365 अंक पर रहेगा। निफ्टी 6153 अंक पर बंद होने पर 6283 अंक तक जा सकता है। इसमें स्‍पोर्ट 5808 अंक पर देखने को मिल सकता है।

केंद्र सरकार गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद पेट्रोल व डीजल के दाम बढ़ा सकती है। साथ ही इन पेट्रो उत्‍पादों पर एक्‍साइज ड्‍यूटी भी कम कर सकती है। इस समय सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को हर महीने 7840 करोड़ रुपए का घाटा हो रहा है। पेट्रोल व डीजल सहित अन्‍य ईंधन के अलावा दूसरी वस्‍तुओं के भाव निर्धारण करने वाले समूह की बैठक 14 दिसंबर को प्रणब मुखर्जी के नेतृत्‍व में होगी।

यदि गुजरात चुनाव के बाद पेट्रोल, डीजल, कैरोसिन व रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की गई तो इसका बाजार पर कुछ समय के लिए नकारात्‍मक असर पड़ सकता है। हालाँकि उस समय तेल कंपनियों के शेयरों में करंट देखने को मिलेगा। इस समय मुद्रास्‍फीति नियंत्रण में है, जिसका बाजार पर अनुकूल असर दिख रहा है। लेकिन पेट्रो उत्‍पादों के दाम बढ़ाए गए और मुद्रास्‍फीति बढ़ी तो शेयर बाजार का स्‍वाद कड़वा हो सकता है।

इस बीच, शेयर बाजार में अब एक नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है जिसके तहत कई बड़े और चतुर निवेशक बेहतर मिड कैप कंपनियों के शेयर जमकर खरीद रहे हैं। इसकी वजह जल्‍दी ही विभिन्‍न म्‍युच्‍युअल फंडों के अनेक एनएफओ यानी न्‍यू फंड ऑफरिंग आ रहे हैं। ये फंड जल्‍दी ही बड़ी खरीद करेंगे, तब ये चतुर निवेशक बड़ा मुनाफा काटेंगे।

पिछले नवंबर महीने में कुल दस एनएफओ लांच हुए थे, जबकि दिसंबर में 13 एफएनओ आ रहे हैं। साथ ही अनेक निजी इक्विटी फंडों ने इक्विटी बाजार में निवेश करने के लिए बड़ी राशि जुटाई है जिसे दो महीने बाद निवेश किया जाएगा।

निवेशकों को हमारी राय है कि वे अपने पोर्टफोलियों में से बेहतर मिड कैप कंपनियों के शेयर जल्‍दबाजी में नहीं बेचें। एसबीआई कैप सिक्‍युरिटीज के संस्‍थागत बिकवाली के प्रमुख जिग्‍नेश देसाई का कहना है कि फंड हाउसों और ऑपरेटरों ने पिछले दो सप्‍ताह में दूसरे दर्जे के शेयरों में काफी सक्रियता दिखाई है। तो अब आप भी रहिए सक्रिय मिडकैप में क्‍योंकि ये अभी आउटपरफार्मर हैं। यानी खूब कमाई।

जिन कंपनियों के शेयरों पर इस सप्‍ताह निवेशक ध्‍यान दे सकते हैं वे हैं- महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज ऑटो, रिलायंस इंडस्‍ट्रीज, गेल, एबीबी, एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस, फिलिप्‍स कार्बन ब्‍लैक, इंडियन ओवरसीज बैंक, सिटी यूनियन बैंक, सलोरा इंटरनेशनल, भारत फोर्ज, बिड़ला केन्‍नामेटल, यूनिवर्सल कार्बोरेंडम, जियोजिट फाइनेंशियल, इस्‍पात इंडस्‍ट्रीज, किर्लोस्‍कर ऑयल इंजिन, गुजरात स्‍टेट पेट्रोनेट, पेट्रोनेट एलएनजी और पेन्‍नीसुला लैंड।

*यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।

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