एफटेक : एफआईआई की होल्डिंग बढ़ी
, सोमवार, 3 दिसंबर 2007 (11:59 IST)
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सीए. हिमांशु कंसल वर्ष 1986 में स्थापित एफटेक लिमिटेड, बीएसई तथा एनएसई पर 1995 में लिस्ट हुई। यह आईटी कंपनी इंटेलेक्चुअल प्रापर्टी के आधार पर टेक्नोलॉजी प्रॉडक्ट्स, सॉल्यूशन एवं सर्व्हिसेज ग्राहकों को उपलब्ध कराती है। एफटेक की विशेषता प्रॉडक्ट इंजीनियरिंग, इंटिग्रेटेड सर्किट डिजाइन, एमबेडेड साफ्टवेयर आदि बनाने में है। कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन भी प्रभावशाली रहा है (तालिका देखें)। एफटेक शेयरधारकों को नियमित लाभांश देती रही है और वर्ष 2005 में कंपनी ने 1:2 बोनस शेयर भी दिए। कंपनी के शेयर की फेस वैल्यू रु. 2 है। विशेषताएँ * अरेक्जेरा टेक्नोलॉजीज (स्विट्जरलैंड), एफटेक की 100 फीसदी सब्सिडियरी कंपनी है। सर्च-इंजिन सीकपोर्ट में अरेक्जेरा की 24.75 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सितंबर 2007 में सीकपोर्ट की लिस्टिंग फ्रेंकफर्ट स्टॉक एक्सचेंज में हुई। बिड मूल्य यूरो 4.75 के आधार पर सीकपोर्ट का कुल मूल्यांकन करीब 2612 करोड़ रु. बनता है- यानी एफटेक के 24.75 प्रतिशत हिस्से का मूल्यांकन करीब रु. 650 करोड़ है। आश्चर्यचकित करने वाली बात तो यह है कि 69.60 रु. पर ट्रेड हो रहे एफटेक लिमिटेड का मार्केट-कैप (बाजार-पूँजीकरण) भी लगभग 650 करोड़ रु. है।* एफटेक ने स्टोरेज साल्यूशन में अग्रणी जर्मनी कंपनी बीडीटी एजी के साथ सर्च-टेक्नोलॉजी के उपयोग का रॉयल्टी अनुबंध किया है। समीक्षकों के अनुसार बीडीटी एजी द्वारा विक्रित प्रत्येक यूनिट से एफटेक को 250 यूरो की आमदनी हो सकती है।* कंपनी ने एलविन माइक्रो सर्किट्स तथा सी2सिलिकॉन साफ्टवेयर सॉल्यूशन का एफटेक लिमिटेड में विलय किया है।* 31 मार्च 2007 को कंपनी के पास 300 करोड़ रु. का नकद (कैश/बैंक बैलेंस) है। इसमें से अधिकतर यूएस डॉलर में है।* एफटेक की नेट प्रॉफिट मार्जिन 25 प्रतिशत से अधिक है। इस मापदंड पर भारतीय आईटी व्यवसाय में यह टॉप 5 कंपनियों में है।मूल्यांकन विश्लेषकों का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2007-08 में कंपनी की प्रति शेयर आय (ईपीएस) 11-12 रु. रहेगी। 69.60 रु. के वर्तमान शेयर भाव पर पी-ई मल्टिपल मात्र 6 का बनता है। एंटरप्राइज वैल्यू टू एबीट्डा मल्टिपल भी केवल 3-4 है। ऐसी स्थिति में स्वाभाविक प्रश्न है कि यदि वित्तीय प्रदर्शन अच्छा है और सर्च-इंजिन सीकपोर्ट के हिस्सेदारी का मूल्यांकन भी बढ़िया है तो एफटेक का वैल्यूएशन इतना कम क्यों है? इसके कई कारण हो सकते हैं :* आईटी शेयर, यूएस डॉलर में कमजोरी के कारण बाजार को अंडरपरफार्म कर रहे हैं।* कंपनी की कॉर्पोरेट गवर्नेस शिथिल है एवं पारदर्शिता का अभाव रहा है।* सर्च-इंजिन सीकपोर्ट के मूल्यांकन की तुलना गूगल एवं बाईदू से करना अनुचित है, क्योंकि उन दोनों का आकार सीकपोर्ट से बहुत बड़ा है। ये दोनों कपंनियाँ लाभकारी है जबकि सीकपोर्ट अभी नुकसान में है।* कंपनी में प्रमोटर होल्डिंग केवल 11 फीसदी है। (हालाँकि एलविन माइक्रो सर्किट्स तथा सी2सिलिकॉन साफ्टवेयर सॉल्यूशन कंपनियों के विलय के पश्चात यह बढ़कर 17 फीसदी हो जाएगी।* ध्यान रखने योग्य बात है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की दिलचस्पी इस कंपनी में बढ़ रही है। 31 दिसंबर 2006 को एफआईआई की एफटेक में हिस्सेदारी 3.75 प्रतिशत से बढ़कर 30 सितंबर 2007 को 25.80 प्रतिशत हो गई है।एफटेक लिमिटेड
| 2006-07 |
कुल आय (करोड़ रु.) | 140.50 |
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शुद्ध लाभ (करोड़) रु. | 47.31 |
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बेसिक प्रति शेयर आय (रु.) | 6.31 |
स्रोत : कंपनी एनुअल रिपोर्ट 2005-06 एवं बीएसई वेबसाइट।