Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

स्टेडियम का निर्माण है सबसे बड़ी चिंता

हमें फॉलो करें स्टेडियम का निर्माण है सबसे बड़ी चिंता
नई दिल्ली , रविवार, 20 दिसंबर 2009 (19:04 IST)
दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित स्टेडियम के निर्माण को लेकर काफी चिंतित हैं और उन्होंने कहा कि वह प्रार्थना कर रही हैं कि अगले साल राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान देश को शर्मिंदगी नहीं झेलनी पड़े।

दीक्षित ने कहा कि मैं सिर्फ यही प्रार्थना कर रही हूँ कि हम किसी भी तरह देश को निराश नहीं करें। उन्होंने कहा कि हम हर संभव प्रयास करेंगे कि देश को किसी भी तरह शर्मिंदा नहीं होना पड़े। दीक्षित ने कहा कि स्टेडियम का निर्माण सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि प्रतियोगिता की सफल मेजबानी के लिए ये सबसे अहम हैं।

उन्होंने कहा कि स्टेडियम को सही होना चाहिए। आपके पास ऐसी सड़कें हो सकती हैं, जो शायद अच्छी नहीं दिखे, सड़क पर ऐसी लाइट हो सकती है, जो काम नहीं कर रही हो, लेकिन स्टेडियम सबसे अहम चीज है।

विभिन्न परियोजनाओं में देरी के कारण आलोचनाओं और मेजबानी के लिये तैयारी के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप हम तैयार हैं। विश्व का कोई भी शहर एक साल पहले मेजबानी के लिए तैयार नहीं हो सकता।

दीक्षित ने कहा कि हम मेजबानी के लिए समय पर तैयार होंगे। अभी हमारे पास आठ महीने हैं। वैसे तो नौ महीने हैं, लेकिन मैंने आठ महीने कहा। आप खुद देख सकते हैं कि पूरी दिल्ली में काम चल रहा है।

राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के अध्यक्ष माइक फेनेल ने कल स्थलों के निर्माण को लेकर खेद व्यक्त किया था और आयोजकों को चेतावनी दी थी कि स्टेडियम के निर्माण में और देरी से परीक्षण प्रतिस्पर्धाओं के आयोजन पर गंभीर असर पड़ेगा ।

दीक्षित ने कहा कि चिंता के लिए कुछ और चीजें भी हैं और हर कोई इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।

उन्होंने कहा कि चिंता के कुछ क्षेत्र हैं। लेकिन हर कोई कोशिश कर रहा है। फंड भी हैं और सभी काम कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर तैयारियों में देरी के लिए कौन जिम्मेदार है तो उन्होंने कहा कि वह किसी भी एक मंत्रालय या संस्था पर यह आरोप नहीं लगा सकती। (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi